नयी दिल्ली: 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराएंगे और भारतीय वायु सेना के दो एमआई-17 1वी हेलीकॉप्टर पहली बार समारोह स्थल के ऊपर पुष्प वर्षा करेंगे। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि तोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाले 32 खिलाड़ियों और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के दो अधिकारियों को लाल किले में आयोजित समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। विज्ञप्ति के अनुसार भाला फेंक स्पर्धा में भारत को पहली बार स्वर्ण पदक जिताने वाले खिलाड़ी और सेना में सूबेदार नीरज चोपड़ा सहित ओलंपिक के बत्तीस विजेता खिलाड़ियों को आमंत्रित किया गया है। विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘लगभग 240 ओलंपियन, सहयोगी स्टाफ और साई तथा खेल महासंघ के अधिकारियों को भी प्राचीर के सामने ज्ञान पथ की शोभा बढ़ाने के लिए आमंत्रित किया गया है।’’
मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कोरोना योद्धाओं के सम्मान में लाल किले की प्राचीर के दक्षिण की ओर एक अलग ब्लॉक का निर्माण किया गया है। मंत्रालय ने अपने वक्तव्य में रविवार सुबह लाल किले पर आयोजित समारोह की विस्तार से क्रमबद्ध जानकारी दी है। उसने बताया कि लाल किले पर प्रधानमंत्री के आगमन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार उनकी अगवानी करेंगे। विज्ञप्ति के अनुसार, रक्षा सचिव, दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी), लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा का प्रधानमंत्री से परिचय कराएंगे।
मंत्रालय के अनुसार, ‘‘इसके बाद दिल्ली क्षेत्र के जीओसी मोदी को सैल्यूटिंग बेस तक ले जाएंगे, जहां एक संयुक्त इंटर-सर्विसेज और दिल्ली पुलिस गार्ड प्रधानमंत्री को सामान्य सलामी देंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री सलामी गारद का निरीक्षण करेंगे।’’ उसने बताया कि प्रधानमंत्री के लिए सलामी गारद दल में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस प्रत्येक में से एक-एक अधिकारी और 20-20 जवान शामिल होंगे। विज्ञप्ति के अनुसार, सलामी गारद के निरीक्षण के बाद, प्रधानमंत्री मोदी लाल किले की प्राचीर के लिए प्रस्थान करेंगे, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, थल सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर. के. एस. भदौरिया द्वारा किया जाएगा।
नौसेना के बैंड राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रीय सलामी के दौरान राष्ट्रगान की धुन बजाएंगे। इसमें 16 लोग शामिल होंगे। बैंड का संचालन एमसीपीओ विंसेंट जॉनसन द्वारा किया जाएगा। मंत्रालय ने बताया, ‘‘लेफ्टिनेंट कमांडर पी. प्रियंबदा साहू द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता की जाएगी। इसके साथ विशिष्ट 2233 फील्ड बैटरी (औपचारिक) के बहादुर जवानों द्वारा 21 तोपों की सलामी दी जाएगी।’’ इस वर्ष पहली बार ऐसा होगा कि जैसे ही प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा, अमृत फॉर्मेशन में भारतीय वायु सेना के दो एमआई 17 1वी हेलीकॉप्टरों द्वारा कार्यक्रम स्थल पर पुष्प वर्षा की जाएगी। पुष्प वर्षा के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
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