नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल के आखिरी स्वतंत्रता दिवस संबोधन में अपनी सरकार के तहत ‘‘बढ़ते’’ भारत की आज तस्वीर पेश की और इसकी तुलना संप्रग सरकार के कार्यकाल से की। पीएम मोदी ने 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। 2014 में राजग के सत्ता में आने के बाद यह उनका पांचवां स्वतंत्रता दिवस संबोधन था।
पीएम मोदी ने अपनी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल योजना शुरू करने की तिथि (25 सितंबर) की घोषणा की, जिसमें 50 करोड़ भारतीय शामिल होंगे। उन्होंने सशस्त्र बलों में महिलाओं को ‘‘स्थायी कमीशन’’ प्रदान करने और 2022 तक भारतीयों को भी अंतरिक्ष में भेजने की योजना की घोषणा की। पीएम मोदी ने करीब 80 मिनट के अपने भाषण के अधिकांश हिस्से में अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। उन्होंने इस दौरान कई ज्वलंत मुद्दों का भी उल्लेख किया...जिसमें जम्मू कश्मीर, महिलाओं के खिलाफ अपराध, तीन तलाक पर एक विधेयक, अर्थव्यवस्था और कृषि क्षेत्र की स्थिति शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब 125 करोड़ लोग एक लक्ष्य को हासिल करने के लिए आगे बढ़ते हैं तो ऐसा कुछ नहीं है, जो नहीं हो सकता। 2014 में देश के लोग एक सरकार बनाकर नहीं रूके। वे राष्ट्र निर्माण की दिशा में आगे बढ़े और उन्होंने वह करना जारी रखा है।’’
पांच करोड़ लोगों को गरीबी के दुष्चक्र से निकाला गया
प्रधानमंत्री ने इस बारे में बात की कि किस तरह से भारत संप्रग शासन के समय के दौरान निर्णय नहीं लिए जाने की स्थिति और ‘‘भ्रष्टाचार’’ से आगे ‘‘सुधार, क्रियान्वयन और बदलाव’’ के रास्ते पर ‘‘बढ़ रहा है।’’ पीएम मोदी ने कहा कि अगर हम संप्रग सरकार के आखिरी साल 2013 की रफ्तार से चलते तो, जो चार साल में हासिल हुआ है वह प्राप्त करने में दशकों का समय लग जाता। हालांकि, विपक्ष की ओर से मोदी पर व्यापार समर्थक और अमीर समर्थक सरकार चलाने के आरोप लगाये जाते हैं। मोदी ने अपने भाषण में गरीबों और समाज के पिछड़े वर्गों का जीवन सुधारने के लिए अपनी सरकार की ओर से उठाये गए कदमों का उल्लेख किया और दावा किया कि पिछले दो वर्षों में पांच करोड़ लोगों को गरीबी के दुष्चक्र से निकाला गया है।
निवेशकों के लिए रेड कार्पेट
उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि संप्रग सरकार के दौरान भारत के बारे में नकारात्मक रिपोर्ट, लंबित सुधार, जोखिम भरी अर्थव्यवस्था और लाल फीताशाही जैसी शब्दावली का इस्तेमाल किया जाता था जबकि अब उसे अरबों डालर की अर्थव्यवस्था के तौर पर देखा जा रहा है जो निवेशकों का रेड कार्पेट बिछाकर स्वागत कर रही है।
सोता हुआ हाथी अब उठ गया
केसरिया और लाल रंग का राजस्थानी साफा पहने मोदी ने कहा, ‘‘भारत पहले सोता हुआ हाथी था जो अब उठ गया है और दौड़ना शुरू कर दिया है।’’
उन्होंने कश्मीर पर कहा, ‘‘हम लोगों को गले लगाकर आगे बढ़ेंगे, गोली और गाली से नहीं।’’ उन्होंने तमिल राष्ट्रवादी सुब्रह्मण्य भारती का उल्लेख करते हुए तमिल में कहा, ‘‘भारत विश्व को रास्ता दिखाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसके लिए अधीर, आतुर और व्यग्र हूं कि देश चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करे। वह क्रांति जो ज्ञान पर आधारित है, वह क्रांति जिसका नेतृत्व आईटी कुशल लोगों द्वारा किया जाए। मैं इसके लिए अधीर हूं कि मेरा देश उसका नेतृत्व करे।’’ लाल किले पर मौजूद गणमान्य लोगों में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और उनकी पत्नी भी थीं। इसके साथ ही राहुल गांधी भी मौजूद थे। इसके अलावा वहां पूर्व प्रधानमंत्रियों - मनमोहन सिंह, एच डी देवेगौड़ा - के साथ कैबिनेट मंत्री, सेना के तीनों अंगों के प्रमुख, न्यायपालिका के शीर्ष लोग, नौकरशाहों के साथ ही हजारों स्कूली बच्चे भी मौजूद थे।
भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना 25 सितम्बर से
पीएम मोदी द्वारा की गई बड़ी घोषणाओं में आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना 25 सितम्बर को पंडित दीन दयाल उपाध्याय के जन्मदिन पर पूरे देश में शुरू करना शामिल है। इसे विश्व का सबसे बड़ा स्वास्थ्य देखभाल कदम बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना में शुरू में 10 करोड़ परिवारों के करीब 50 करोड़ लोग शामिल होंगे।
सशस्त्र बलों में महिलाओं को भी स्थायी कमीशन
उन्होंने सशस्त्र बलों में महिलाओं को भी पुरूषों की तरह स्थायी कमीशन देने की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘शार्ट सर्विस कमीशन के तहत शामिल की जाने वाली महिलाओं को अपने पुरूष सहकर्मियों की तरह स्थायी कमीशन का मौका मिलेगा।’’ मोदी ने हाल में हुई बलात्कार की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि कानून सर्वोच्च है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समाज को इस ‘‘राक्षसी’’ मनोवृत्ति से बाहर आना होगा। उन्होंने मध्यप्रदेश में एक त्वरित सुनवायी अदालत द्वारा हाल में दिये गए फैसले की प्रशंसा की जिसमें बलात्कार के दोषी को फांसी की सजा सुनायी गई। उन्होंने हाल की लिंचिंग (पीट पीटकर मार डालने) की घटनाओं का कोई विशिष्ट उल्लेख नहीं किया।
2022 तक अंतरिक्ष में भारतीय
उन्होंने दलितों और पिछड़े वर्गों के हितों के संरक्षण के लिए अपनी सरकार के प्रयासों का उल्लेख किया और कहा कि हाल का संसद सत्र पूरी तरह से सामाजिक न्याय को समर्पित था। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2022 तक भारत एक ‘‘पुत्र या पुत्री’’ को हाथ में तिरंगे के साथ अंतरिक्ष में भेजेगा। उन्होंने भ्रष्ट और कालेधन की जमाखोरी करने वालों को भी नहीं बख्शने का संकल्प जताया और कहा कि उनकी सरकार के प्रयासों से सत्ता के गलियारे दलालों से मुक्त हो गए हैं, करदाताओं की संख्या बढ़ी है और कई योजनाओं से फर्जी लाभार्थियों के हटने से 90 हजार करोड़ रूपये बचे हैं।
तीन तलाक पर रोक लगाने के लिए एक कानून को लेकर प्रतिबद्ध
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार तीन तलाक प्रथा पर रोक लगाने के लिए एक कानून को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने ‘‘कुछ लोगों’’ पर संसद में इससे संबंधित विधेयक के पारित होने में अड़ंगा लगाने का आरोप लगाया। उनका इशारा विपक्षी दलों की ओर था। उन्होंने यह बताने के लिए एक कविता पढ़ी कि उनकी सरकार किस तरह से ‘‘भारत की नियति’’ बदल रही है और यह कि वह देश के हित में कड़े और साहसी कदम उठाने में सक्षम है। पीएम मोदी ने अपने भाषण का समापन सभी के लिए मकान, बिजली, रसोई गैस, स्वच्छता, स्वास्थ्य, सम्पर्क और पानी का आह्वान करते हुए किया और कहा कि उनकी सरकार इस मंत्र के साथ काम कर रही है। (भाषा)