नई दिल्ली। आयकर विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को बेनामी संपत्ति के मामले में रॉबर्ट वाड्रा का बयान दर्ज किया। जांच से जुड़े एक आईटी विभाग के सूत्र ने आईएएनएस को बताया, बेनामी संपत्तियों के मामले में बयान दर्ज करने के लिए एक आईटी टीम वाड्रा के ईस्ट दिल्ली स्थित सुखदेव विहार वाले आवास पर गई।
रोबर्ट वाड्रा ने कहा कि किसानों के मुद्दों को भटकाने के लिए मुझे टारगेट किया जा रहा है। इससे पहले भी ऐसा कई बार किया गया है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा मेरे काम से जुड़े सवाल पूछे गए। मैं हर तरह की जांच में सहयोग करता रहा हूं।
इनकम टैक्स सूत्रों का कहना है कि बेनामी प्रोपर्टी को लेकर रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ की गई, यह रेड या छापेमारी नहीं है। आज पूकताछ के लिए रावर्ट वाड्रा से पहले से इनकम टैक्स ने बात कर ली थी वो आज तैयार थे बातचीत करने के लिए, पहले इनकम टैक्स ने 09:30 बजे का समय दिया पर रॉबर्ट वाड्रा ने 10:30 बजे के लिए कहा ताकि सारे पेपर्स लेकर वो तैयार हो सके और सुखदेव विहार वाली प्रोपर्टी में मिलना पहले से तय हुआ।
वह कोविड महामारी के कारण जांच में शामिल नहीं हो पाए थे। बताया जा रहा है कि बेनामी संपत्ति के मामले में रॉबर्ट वाड्रा को सम्मन भेजा गया था। लेकिन कोरोना संकट के चलते वे पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हो पाए थे। उसके बाद से वे अभी तक अपना बयान दर्ज करने आयकर दफ्तर नहीं पहुंचे थे। इसके बाद आज आयकर विभाग की टीम उनके घर बयान दर्ज करवाने के लिए पहुंची है।
बेनामी सम्पत्ति का मामला सिर्फ देश से जुड़ी संपत्ति का होता है, किसी विदेश की प्रॉपर्टी को लेकर ये पूछताछ नही है। गुरुग्राम और राजस्थान से जुड़ी बेनामी प्रोपर्टी को लेकर ये पूछताछ है लेकिन इनकम टैक्स विभाग की तरफ से प्रोपर्टी की डिटेल्स अभी जारी नही की गई है पूछताछ के बाद शाम तक और डिटेल्स मिल सकती है ये पर सिर्फ देश के अंदर की बेनामी संपतियों को लेकर पूछताछ है।
आईटी विभाग के अलावा, वाड्रा के खिलाफ प्रवर्तन विभाग (ईडी) मनी लांड्रिंग (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत जांच कर रहा है, जिसमें लंदन स्थित संपत्ति की खरीद के लिए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप शामिल हैं। वाड्रा पर ब्रायनस्टन स्क्वायर में 1.9 मिलियन पाउंड की कीमत का मकान खरीदने का आरोप है। वाड्रा फिलहाल अग्रिम जमानत पर बाहर हैं।