नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना नदी के ऊपर बने सिग्नेचर ब्रिज का रविवार को उद्घाटन किया। यह ब्रिज उत्तर-पूर्वी दिल्ली को उत्तरी दिल्ली से जोड़ती है, जिससे आने-जाने वाले समय में काफी बचत होगी। आम लोगों के लिए यह ब्रिज कल से खोल दिया जाएगा। सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन समारोह के दौरान दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी और आप के समर्थकों के बीच हाथापाई हो गई।
इस दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद थी। दरअसल इस कार्यक्रम में मनोज तिवारी को निमंत्रण नहीं दिया गया था। लेकिन उन्होंने इस समारोह से पहले ही कह दिया था कि वह अरविंद केजरीवाल का स्वागत करेंगे, क्योंकि वह इस इलाके के सांसद हैं। इस ब्रिज का काम सालों से रुका पड़ा था जिसे मैंने इसे दोबारा से शुरू कराया। अब अरविंद केजरीवाल उद्घाटन कर इसका पूरा श्रेय लेना चाहते हैं।
सिग्नेचर ब्रिज की खासियत-
1. ब्रिज की ऊंचाई 154 मीटर, कुतुब मीनार से दोगुनी हाइट
2. 575 मीटर लंबा और 35.2 मीटर चौड़ा है सिग्नेचर ब्रिज
3. 14 साल में 1,518 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है ब्रिज
4. सबसे ऊपर 22 मीटर ऊंचा ग्लास का बॉक्स बनाया गया है
5. सिग्नेचर ब्रिज के टॉप पर बना है एक सेल्फी प्वाइंट
6. ब्रिज के टॉप पर पहुंचने के लिए 4 लिफ्ट लगाए गए हैं
7. सिग्नेचर ब्रिज के टॉप पर एक साथ 50 लोग पहुंच सकते हैं
8. हेल्थ मॉनीटरिंग सिस्टम के तहत 104 सेंसर लगाए गए हैं
9. यूरोप से मंगाई गईं हाईटेक मशीनें करेंगी ब्रिज की सफाई
10. सिग्नेचर ब्रिज को तैयार करने में 1594 करोड़ खर्च हुए
करीब 14 सालों के इंतजार के बाद आज दिल्लीवालों को सिग्नेचर ब्रिज का तोहफा मिला। पूरी दिल्ली का नजारा दिखाने वाले इस ब्रिज के खुलते ही उत्तर और उत्तरपूर्वी दिल्ली के लोगों को ट्रैफिक जाम से काफी हद तक निजात मिलने की उम्मीद है। सिग्नेचर ब्रिज से आउटर रिंग रोड और NH-9 पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। इस ब्रिज से उत्तरी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोगों को काफी फायदा मिलेगा। क्योंकि अब 45 मिनट का सफर 10 मिनट में पूरा हो जाएगा। उत्तरी दिल्ली से लोनी और गाजियाबाद पहुंचने में करीब आधे घंटे का समय बचेगा। वहीं, इस ब्रिज से कश्मीरी गेट के ट्रैफिक से भी थोड़ी राहत मिलेगी। क्योंकि करनाल से आने वाला ट्रैफिक अब डायवर्ट होगा।