नयी दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी के आदेश के बाद प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने शेल कंपनियों के खिलाफ देशव्यापी अभियान छेड़ते हुए शनिवार को 16 राज्यों में कम से कम 100 स्थानों पर व्यापक तलाशी ली।
कालेधन के संदेह वाली 500 से अधिक मुखौटा कंपनियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुये प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को देशभर में 110 से अधिक स्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया।
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यह तलाशी अभियान देशभर में 16 राज्यों में चलाया गया। ईडी के अधिकारी आज सुबह से ही इसमें जुट गये और उन्होंने कथित संदिग्ध कंपनियों के बाजारोंं, कारोबारी केन्द्रों, आवासीय परिसरों और यहां तक कि किराये पर दिये गये मकानों में भी तलाशी की। एजेंसी का मानना है कि ये संदेहास्पद कंपनियां ही देश में कालेधन की रीढ़ हैं।
अंतिम जानकारी मिलने तक ईडी की टीम कोलकाता, मुंबई, अहमदाबाद, पणजी, कोच्चि, बेंगलूरू, हैदराबाद, दिल्ली, लखनउ, पटना, जयपुर, चंडीगढ़, जालंधर, श्रीनगर, इंदौर और कुछ हरियाणा में कुल मिलाकर 110 ठिकानों पर पहुंची है।
एजेंसी ने कहा है कि उसने मुंबई स्थित आपरेटर के ठिकानों की तलाशी ली जो कि 700 मुखौटा कंपनियों को चलाता है जिसमें 20 नकली निदेशक हैं और इन कंपनियों ने महाराष्ट्र के जेल में बंद पूर्व उप-मुख्यमंत्री छगन भुजबल के लिये 46.7 करोड़ रपये को कथित तौर पर काले से सफेद में बदला है।
ईडी का यह देशव्यापी अभियान प्रधानमंत्री कार्यालय के हाल के निर्देश का हिस्सा था। इस निर्देश में इन कथित मुखौटा कंपनियों के अवैध कारोबार का पता लगाना था। इस केन्द्रीय एजेंसी के कुल मिलाकर 800 अधिकारी और अन्य कर्मचारी हैं। आज इसका समूचा स्टाफ करीब करीब बाहर था और उसने इन मुखौटा कंपनियों के खिलाफ इस बड़े अभियान को अंजाम दिया।