नई दिल्ली: चीन में घातक कोरोनावायरस का कहर इस कदर बढ़ता जा रहा है कि इससे 25 और लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जिसके साथ ही इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 132 हो गई है। करीब 6,000 लोगों के इसकी चपेट में आने की भी पुष्टि की गई है। इस खतरनाक वायरस का टेरर अब चीन से भारत तक पहुंच गया है और चीन से भारत आने वाले हर शख्स पर खास नजर रखी जा रही है और इसके लिए मुंबई में बड़ी तैयारी की गई है।
अभी तक देश के 8 शहरों से कोरोना के संदिग्ध केस सामने आ चुके हैं लेकिन सरकार कोरोना से निपटने के लिए पहले से तैयार है। मुंबई के अस्पतालों में खास इंतजाम किए जा रहे हैं क्योंकि रोजाना चीन से 4 फ्लाइट्स डायरेक्ट मुंबई आती है। अभी तक चीन से आने वाले 5 भारतीयों में कोरोना के आंशिक लक्षण दिखे हैं जिन्हें फौरन कस्तूरबा गांधी अस्पताल ले जाया गया।
पुणे के अस्पताल में एक शख्स को रखा गया लेकिन जांच में सभी सैंपल्स निगेटिव पाए गाए, पर इसका ये मतलब नहीं कि खतरा टल चुका है। कोरोना की रोकथाम के लिए पूरे महाराष्ट्र में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, एयरपोर्ट पर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की गई है। महाराष्ट्र सरकार लोगों से गुजारिश कर रही है कि कि वो बीमारी से पैनिक ना हो।
मुंबई, बेंगलुरू, हैदराबाद के बाद अब दिल्ली में कोरोना वायरस के संदिग्ध केस सामने आए हैं। कोरोना से प्रभावित तीन संदिग्ध दिल्ली में भी मिले हैं जिन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में रखा गया है। इनमें 2 दिल्ली जबकि एक एनसीआर का रहने वाला है। ये तीनों कुछ दिन पहले चीन से लौटे थे। चंडीगढ़ में भी कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मामला सामने आया। चीन से लौटा 28 साल का युवक भी इसकी चपेट में है।
पटना, जयपुर, बेंगलुरू, समेत कई शहरों में कुछ संदिग्ध मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। केरल में 633 लोगों निगरानी में रखा गया है। वहीं मोदी सरकार चीन के वुहान शहर में फंसे भारतीयों को निकालने की तैयारी कर रही है। भारत सरकार ने चीन को फॉर्मल रिक्वेस्ट भेजी है। सिविल एविएशन मिनिस्ट्री चीन में फंसे भारतीयों को वुहान से एयरलिफ्ट करने की तैयारी में है।
फिलहाल जानकारी ही कोरोना से बचाव है। अगर आपको फीवर है, गले में दर्द रहा हो रहा हो, सांस लेने में कोई तकलीफ हो रही हो और बार-बार छींकें आ रही हों तो फौरन डॉक्टर के पास पहुंचिए। जानकार बताते हैं कि इससे बचने के लिए अच्छे मास्क का इस्तेमाल करें। अभी तक एशिया से लेकर यूरोप तक इसके मामले सामने आ चुके हैं।
अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, थाईलैंड, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों में अब तक इस वायरस के केस सामने आ चुके हैं और देखते ही देखते कोरोना एक ग्लोबल थ्रेट बन चुका है। चिंता की बात इसलिए बढ़ जाती है क्योंकि अभी तक इस वायरल से बचने के लिए कोई भी वैक्सीन ईजाद नहीं हो सका है।