नई दिल्ली: मार्च के अंत में दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में गर्म मौसम का जो ट्रेलर दिखा था, अगले 3 महीने में उसकी पूरी पिक्चर आने वाली है। भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अगले 3 महीने यानि अप्रैल से जून के दौरान उत्तर भारत, उत्तर-पश्चिम भारत के ज्यादातर सब डिविजन तथा मध्य भारत के कुछ सब डिविजन में भीषण गर्मी पड़ने वाली है और इन सभी क्षेत्रों में तापमान सामान्य से ऊपर रहने का अनुमान है। बता दें कि इस बार मार्च महीने में हीं मौसम ने जिस तरह से करवट ली है और गर्मी ने कई राज्यों में रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि गर्मी इस साल आम आदमी को पसीने में तर करने वाली है।
दिल्ली में होली के दिन अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 76 वर्षों में मार्च में सबसे अधिक है। दिल्ली में मंगलवार सुबह आसमान साफ रहा और न्यूनतम तापमान मौसम के सामान्य तापमान से एक डिग्री अधिक 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं उत्तर प्रदेश में सोमवार को अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ जो बीते 10 वर्षों में मार्च दूसरी बार सबसे गर्म रहा।
विभाग के मुताबिक मैदानी इलाकों में जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक हो, तब उसे ‘लू’ घोषित किया जाता है। वहीं, तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस अधिक हो जाने पर प्रचंड लू की घोषणा की जाती है। श्रीवास्तव ने कहा कि मंगलवार को 35 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलने से अधिकतम तापमान घट कर करीब 38 डिग्री सेल्सियस हो जाएगा।
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