नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस साल (2021) के लिए मानसून (Monsoon) का पहला अनुमान जारी कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार इस साल के मानसून सीजन (जून-सितंबर 2021) के दौरान देशभर में सामान्य मानसून होने की ज्यादा संभावना है और सामान्य से कम मानसून की आशंका कम है। मौसम विभाग ने पूरे मानसून सीजन के दौरान अधिकतर संभावना 96-104 प्रतिशत बरसात होने की लगाई है।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार इस साल 40 प्रतिशत संभावना है कि मानसून सीजन के दौरान 96-104 प्रतिशत बरसात होगी, ऐसी स्थिति में सामान्य मानसून कहा जाता है। मौसम विभाग ने 16 प्रतिशत संभावना 104-110 प्रतिशत बरसात की लगाई है और इस स्थिति को सामान्य से अधिक बारिश माना जाता है। 5 प्रतिशत संभावना 110 प्रतिशत से ज्यादा बरसात होने की भी है और इस स्थिति को सामान्य से बहुत ज्यादा बरसात माना जाता है। यानि कुल मिलाकर मानसून सीजन के दौरान 61 प्रतिशत संभावना सामान्य या सामान्य से ज्यादा बरसात होने की है।
हालांकि मौसम विभाग ने 14 प्रतिशत संभावना 90 प्रतिशत से कम बरसात होने की भी लगाई है, देश में अगर मानसून सीजन के दौरान 90 प्रतिशत से कम बरसात हो तो ऐसी स्थिति में सूखाग्रस्त घोषित किया जाता है। मौसम विभाग के अनुसार 25 प्रतिशत संभावना 90-96 प्रतिशत बरसात की भी है और इस स्थिति को सामान्य से कम बरसात वाला मानसून कहा जाता है।
मानसून को लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग अब दूसरा अनुमान मई के अंतिम हफ्ते में करेगा और इसके बाद अगला अनुमान जून में जारी होगा। सामान्य तौर पर देश में मानसून की शुरुआत मई अंत में होती है, देश में सबसे पहले अंडमान नीकोबार में दक्षिण पश्चिम मानसून दस्तक देता है और उसके बाद केरल के तट पर टकराता है। केरल के तट पर टकराने के बाद दक्षिण पश्चिम मानसून पूरे भारत की तरफ बढ़ता है।