नई दिल्ली: योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि अगर मोदी सरकार उन्हें आयुष मंत्रालय के माध्यम से आयुर्वेद के लिए काम करने का मौका दे तो वह छोटे बजट में भी बड़ा काम कर सकते हैं और विदेशी कंपनियों के साथ-साथ एलोपैथी का भी शीर्षासन करा सकते हैं। स्वामी रामदेव आज इंडिया टीवी के दिनभर चलनेवाले मेगा कॉन्क्लेव 'संवाद बजट 2018' में इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के सवालों का जवाब दे रहे थे।
आयुर्वेद से जुड़े एक सवाल के जवाब में स्वामी रामदेव ने कहा, 'मोदी सरकार अगर हमें आयुर्वेद में काम करने का अवसर दे तो हम थोड़े बजट में भी बड़ा काम कर सकते हैं। और विदेशी कंपनियों के साथ-साथ एलोपैथी का भी शीर्षासन करा सकते हैं।'
वहीं किसानों को फसलों का समर्थन मूल्य डेढ़ गुना करने के फैसले का स्वागत किया और किसानों की आमदनी दोगुनी करने के पीएम मोदी के प्रयास की सराहना की। स्वामी रामदेव ने कहा, 'फसलों का समर्थन मूल्य डेढ़ गुना करना आजाद भारत के इतिहास में सबसे बड़ी पहल मोदी सरकार ने की है। किसानों के बारे में सोचने के लिए मानस तैयार हुआ है। मोदी जी ने आश्वासन दिया है कि वे किसानों की आमदनी दोगुना करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। तो एक इमानदार प्रयास तो शुरू हुआ है।'
सरकार की नई स्वास्थ्य योजना के बजट प्रस्ताव पर स्वामी रामदेव ने कहा, 'अगर पैसा एलोपैथी दवाइयों में खर्च होगा तो 80-90 फीसदी पैसा बाहर जाएगा.. अगर लोग अपना इलाज योग और आयुर्वेद के जरिए कराते हैं तो यह तो देश की भलाई की बात है। मैं समझता हूं कि दवाई और पढ़ाई एक जैसी होनी चाहिेए। उस गरीब ने कोई गुनाह नहीं किया है जिसके बच्चे को अच्छी शिक्षा नहीं मिलती। गरीब को भी शिक्षा और स्वास्थ्य में एक जैसा अवसर मिलना चाहिए।'
वहीं रिसर्च पर एक लाख करोड़ रुपये खर्च करने के बजट प्रस्ताव पर स्वामी रामदेव ने कहा, 'आज यूरोप-अमेरिका में हर दूसरा आदमी रिसर्च की बात करता है। हमारे यहां रिसर्च को प्राथमिकता नहीं दी जाती। कोई भी राष्ट्र विना साइंस टेक्नोलॉजी स्किल के आगे नहीं बढ़ सकता है और इसमें साइंस की बड़ी भूमिका है। इस दिशा में मोदी सरकार ने अच्छा कदम उठाया है।'
जब स्वामी रामदेव से रजत शर्मा ने यह कहा कि आप बजट की बड़ी तारीफ कर रहे हैं लगता है आपकी मिलीभगत है.. रामदेव ने कहा, 'मेरे लिए तो कोई बजट दिया ही नहीं...मैं तो आयुर्वेद का आदमी हूं... आयुष मंत्रालय बना दिया लेकिन कोई बजट नहीं दिया.. चलो अब मैं अपना खुद ही देख लूंगा।'
पतंजलि के लाभ पर स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि का शत-प्रतिशत लाभ चैरिटी के लिए है। उन्होंने कहा कि जो पैसा विदेशी कंपनियों के पास जा रहा था उसे हमने अपने हिस्से में लिया है। उन्होंने कहा, 'हमने यूनिलिवर, नेस्ले, प्रॉक्टर एंड गैंबल, कोका कोला और पेप्सी जैसी कंपनियों का हिस्सा लिया है। हमने गद्दारी नहीं की। हमने खुद्दारी और वफादारी के साथ विदेशी कंपनियां जो देश का पैसा ले जा रही थी उसे अपने पास रखा है। पतंजलि का शत प्रतिशत हिस्सा चैरिटी के लिए है। पतंजलि को हमने नॉन प्रॉफिट कंपनी में तब्दील कर अर्थ से परमार्थ का रास्ता बनाकर दिखाया है।'
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए स्वामी रामदेव ने कहा कि इस समय देश में जितने भी नेता हैं उनमें मोदी जी से बढ़िया कोई परफॉर्म नहीं कर रहा है। ये मैं नहीं पूरा हिंदुस्तान कर रहा है। और यह हमें मानना पड़ेगा।