नई दिल्ली: राम जन्मभूमि न्यास के पूर्व महंत परमहंस दास ने कहा कि अगर बीजेपी को 2019 में सत्ता में आना है तो उसे राम मंदिर बनवाना होगा। ऐसा नहीं होने पर पार्टी को हराने के लिए आंदोलन खड़ा किया जाएगा। महंत परमहंस दास की यह तीखी प्रतिक्रिया पणजी में मुख्तार अब्बास नकवी के उस बयान के बाद जिसमें उन्होंने कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव में राम मंदिर और हिंदुत्व मुद्दा नहीं रहेगा। परमहंस दास ने कहा कि सबका साथ सबका विकास नारे पर पार्टी एक भी उपचुनाव नहीं जीत सकी। उन्होंने कहा, 'इन्होंने विकास और सबका साथ पर चुनाव लड़ के देख लिया और ये तीन सीट हार गए, विधानसभा में भी हार गए। अगर मंदिर नहीं बना तो अयोध्या का साधु समाज और देश का साधु समाज साथ मिलकर इनको बाहर कर देगा।'
राम मंदिर के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास ने कहा, ' उनके मंत्री कहते हैं कि बीजेपी 2019 का चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ेगी। अगर वे विकास के मुद्दे के आगे राम मंदिर का मुद्दा छोड़ते हैं वे अपने जीवन की सबसे बड़ी भूल कर रहे होंगे। यह भूल इनके लिए कितनी खतरनाक होगी ये आनेवाला चुनाव बताएगा।'
इससे पहले पणजी में पत्रकारों से बातचीत ने अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि बीजेपी लोकसभा का चुनाव सिर्फ विकास और विकास के ही मुद्दे पर लड़ेगी। हिंदुत्व और राम मंदिर के मुद्दों के लिए कोई जगह नहीं होगी। उन्होंने कहा कि देश में अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए नकवी ने कहा कि 2019 में पीएम पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के लोगों के कल्याण के लिए किये गए विकास कार्यों के लिए पूर्ण बहुमत हासिल होगा। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीति पार्टियां देश के माहौल को बिगाड़ना चाहती हैं।