नई दिल्ली: कोरोना वायरस टेस्ट के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने प्राइवेट लैब्स को इसकी जांच करने की मंजूरी दे दी है। प्राइवेट लैब्स में कोरोना वायरस टेस्ट का खर्च 4500 रुपए आएगा। देशभर में करीब 50 लैब कोरोना जांच के लिए आईसीएमआर के संपर्क में है। आईसीएमआर ने इन लैब्स के लिए गाइडलाइंस भी जारी की है। इन गाइडलाइंस में सैम्पल कलेकश्न से लेकर टेस्टिंग तक की प्रक्रिया के बारे में तो बताया ही गया है साथ ही रिपोर्टिंग प्रोटोकॉल्स, सैम्पल स्टोरेज और डिस्ट्रक्शन के बारे में भी जानकारी दी गई है। जो भी प्राइवेट लैब कोविड-19 की जांच करेंगे उन्हें इन दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा। लेबोरेट्री टेस्ट उन्हीं मरीजों के सैम्पल्स का होगा जिन्हें क्वालिफाइड फिजिशियन के द्वारा टेस्ट कोरोना वायरस कोविड-19 का टेस्ट कराने के लिए कहा जाएगा।
लेबोरेट्री में ट्रेन्ड स्टाफ ही तैनात किये जाएंगे। इसके साथ यह भी कहा गया है कि समय-समय पर गाइडलाइंस में बदलाव किये जाएंगे। जो भी इस गाइडलाइन्स का उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बेहद तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, शनिवार की शाम तक देश में कुल कोरोना वायरस मामलों का आंकड़ा बढ़कर 315 हो गया है। इससे पहले शुक्रवार की शाम तक यह आंकड़ा 236 था। लेकिन, अब यह आंकड़ा बढ़कर 315 हो गया। इन 315 कोरोना वायरस के मामलों में 244 भारतीय नागरिकों के मामले हैं और 39 विदेशी नागरिकों के मामले हैं। हालांकि, राहत भरी बात यह भी है कि इस आंकड़े में 23 मामले ऐसे भी हैं, जिनके मरीज ठीक हो चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश के कुल कोरोना वायरस मामलों में सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से हैं। महाराष्ट्र में अबतक इस वायरस की गिरफ्त में 63 लोग आ चुके हैं, जिनमें 60 भारतीय हैं जबकि 3 विदेशी नागरिक हैं। महाराष्ट्र में इस वायरस की वजह से अबतक 1 व्यक्ति की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र के बाद केरल में 40 मामले सामने आए हैं जबकि उत्तर प्रदेश में 23 मामले सामने आ चुके हैं। देशभर के कुल 22 राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं।