नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र से प्रतिबंधित और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का भाई इब्राहिम अजहर जम्मू-कश्मीर में लंबे समय से घुसपैठ की कोशिश कर रहा है, रक्षा सूत्रों से यह जानकारी मिली है। मिली जानकारी के मुताबिक इब्राहिम अजहर ने अप्रैल और मई में भी उत्तरी क्षेत्र से जम्मू-कश्मीर में घुसने की कोशिश की थी लेकिन सुरक्षाबलों ने उसकी कोशिश को नाकाम कर दिया था और वह भाग गया था। लेकिन अब वह एक बार फिर से घाटी में घुसने का प्रयास कर रहा है और इसी वजह से पाकिस्तान सेना उसकी मदद के लिए गोलाबारी करके सीजफायर उलंघन कर रही है।
दरअसल इब्राहिम अजहर के दो आतंकी बेटे उस्मान हैदर और मोहम्मद उमर को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की गोली का शिकार होना पड़ा था और वह अपने दोनो बेटों की मौत का बदला लेना चाहता है और उसी के लिए घाटी में घुसने की कोशिश कर रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक इब्राहिम अजहर अपने साथ अन्य आतंकवादियों को भी घाटी में घुसपैठ कराने का प्रयास कर रहा है। इब्राहिम अजहर कंधार विमान अपहरण में भी शामिल था।
रक्षा सूत्रों ने पाकिस्तान के उस दावे की पोल भी खोली है जिसमें पाकिस्तान ने कहा था कि उसके कब्जे वाले कश्मीर में कोई आतंकी कैंप नहीं है। रक्षा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नियंत्रण रेखा के उस पार पाकिस्तान अभी भी 16 आतंकी कैंप चला रहा है और जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए सीजफायर का उलंघन कर रहा है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान अक्तूबर में सीजफायर उलंघन कम कर देगा क्योंकी उसे उस समय FATF की बैठक में साबित करना है कि वह खुद आतंकवाद का भुग्तभोगी है। लेकिन भारतीय रक्षा एजेंसियों की नजर पाकिस्तान के हर कदम पर टिकी हुई है और भारतीय एजेंसियां उसके ऊपर से FATF के मंच पर पर्दा उठाने से पीछे नहीं हटेंगी।
पाकिस्तान अब मसूद अजहर की जगह इब्राहिम अजहर को जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया पेश करने की कोशिश भी कर रहा है ताकि पीछे से मसूद अजहर अपनी आतंकी गतिविधियों में लगा रहे।