अरुणाचल के सियांग जिले में 3 जून को लापता हुए मालवाहक विमान एएन-32 का मलबा मिल गया है। मलबे के पास पहुंचे बचाव दल ने वायु सेना के सभी 13 जवानों के मारे जाने की पुष्टि की है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक 15 सदस्यीय राहत एवं बचाव दल आज सुबह विमान के मलबे के पास पहुंचा। इस बचाव दल को बुधवार को मलबे के निकट हेलिड्रॉप किया गया था। इस दुखद हादसे में मारे गए सभी लोगों के परिवार को इसकी सूचना दे दी गई है।
इस बीच भारतीय वायु सेना ने भी इस हादसे में मारे गए जवानों के नाम जारी कर दिए हैं। इस विमान में मारे गए सदस्यों में विंग कमांडर जीएम चार्ल्स, स्क्वार्डन लीडर एच विनोद, फ्लाइट लेफ्टिनेंट आर थापा, फ्लाइट लेफ्टिनेंट ए तंवर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एस मोहंती और फ्लाइट लेफ्टिनेंट एमके गर्ग के साथ वॉरंट ऑफिसर केके मिश्रा, सारर्जेंट अनूप कुमार, कारपोरल शेरिन, लीड एयरक्राफ्ट मैन एसके सिंह, लीट एयरक्राफ्ट मैन पंकज, नॉन-काम्बेटेंट कर्मचारी पुतली और राजेश कुमार शामिल हैं।
इससे पहले विमान के मलबे तक पहुंचने के लिए बुधवार को एक 15 सदस्यीय विशेषज्ञ दल को हेलिड्रॉप किया गया था। इस दल में एयरफोर्स, आर्मी के जवान और पर्वतारोही शामिल थे। बचाव दल को पहले एयरलिफ्ट करके मलबे के पास ले जाया गया और फिर उन्हें हेलिड्रॉप किया गया। इससे पहले मंगलवार को भारतीय वायुसेना के लापता विमान AN-32 का मलबा अरुणाचल के सियांग जिले में देखा गया था। दुर्घटना वाला इलाका काफी ऊंचाई पर और घने जंगलों के बीच है, ऐसे में विमान के मलबे तक पहुंचना सबसे चुनौतीपूर्ण काम था।