नयी दिल्ली। जापानी वायुसेना प्रमुख जनरल इजुत्सु शुंजी द्विपक्षीय रक्षा सहयोग और अधिक प्रगाढ़ करने के तरीके तलाशने के लिए भारत आए हुए हैं। उनकी यह यात्रा ‘क्वाड’ सदस्य देशों के मालाबार नौसेना अभ्यास के तीन हफ्ते बाद हो रही है। अधिकारियों ने बताया कि भारतीय वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने बृहस्पतिवार को जनरल शुंजी के साथ कई विषयों पर वार्ता की। वार्ता में मुख्य जोर सैन्य सहयोग तथा दोनों देशों की वायुसेनाओं के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान और अधिक बढ़ाने पर दिया गया।
जापानी सैन्य अधिकारी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की तथा प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख कर्मवीर सिंह और उप थल सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी के साथ अलग-अलग बैठकें भी की। एक अधिकारी ने बताया, ‘‘दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर बैठक में चर्चा हुई।’’
पिछले महीने भारत ने मालाबार अभ्यास किया था। भारत के न्योते पर आस्ट्रेलिया ने भी इसमें हिस्सा लिया था और इस तरह इसमें क्वाड के सभी सदस्य देश शामिल हुए थे। ‘क्वाड’ के सदस्य देशों में भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं। इस समूह का लक्ष्य मुक्त एवं खुला हिंद-प्रशांत (महासागर) क्षेत्र सुनिश्चित करना है, जहां हाल के वर्षों में चीन की सैन्य सक्रियता बढ़ती हुई देखी गई है।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वायुसेना प्रमुख भदौरिया और जनरल शुंजी ने भारत और जापान के बीच रक्षा संबधों में हुई प्रगति को सराहा तथा इसे और अधिक बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। बयान में कहा गया है, ‘‘उन्होंने दोनों देशेां की वायुसेनाओं के संयुक्त अभ्यास एवं प्रशिक्षण बढ़ाने की गुंजाइश पर भी चर्चा की। मानवीय सहायता और आपदा राहत कार्यों के लिए सामूहिक प्रतिक्रिया को मजबूत करने को लेकर सहयोग करने पर भी चर्चा हुई। ’’ जनरल शुंजी बुधवार को यहां पहुंचे थे और उन्हें वायुसेना मुख्यालय में सलामी गारद भी दी गयी।