नागपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को तबाह करने को लेकर बड़ा बयान दिया है। संघ प्रमुख ने मंगलवार को कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के आतकंवादी प्रशिक्षण ठिकानों पर भारतीय वायुसेना के हवाई हमले पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि है। आपको बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद ने ही जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में CRPF के जवानों पर 14 फरवरी को हुए आत्मघाती विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी।
भागवत ने महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के विचारों को याद किया कि भारत को शक्तिशाली बनने की जरूरत है, क्योंकि बिना शक्ति के कोई उसकी नहीं सुनेगा। वह कंप्यूटर वैज्ञानिक विजय भाटकर के सम्मान कार्यक्रम में बोल रहे थे, जिन्हें स्वतंत्र्य वीर सावरकर गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा, ‘हमें सच बोलने के लिये शक्ति की आवश्यकता नहीं है, लेकिन दुनिया वैसी नहीं है। वह सिर्फ शक्ति को ही समझती है। इसलिये अगर हम दुनिया को अपना आध्यात्म, सत्य और अहिंसा दिखाना चाहते हैं तो हमें शस्त्र संपन्न और ‘शक्ति संपन्न’ बनने की आवश्यकता है।’
आपको बता दें कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर हमला करके उन्हें पूरी तरह बर्बाद कर दिया था। माना जा रहा है कि वायुसेना की इस कार्रवाई में सैकड़ों आतंकवादी मारे गए हैं। वहीं, पाकिस्तान इन हमलों के बाद बुरी तरह बौखला गया है और नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। हालांकि वहां भी उसे मुंह की खानी पड़ी है और भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में उसकी 5 चौकियों को तबाह कर दिया है।