नई दिल्ली। सर्जिकल स्ट्राईक के हीरो रहे रिटायर लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हूडा को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के ऊपर एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है। जनरल हूडा और राहूल गांधी की फोटो मीडिया में आने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या जनरल हूडा कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं? जनरल हूडा जो रिपोर्ट तैयार करेंगे उसमें क्या लिखा होगा? पुलवामा हमले के बाद ही राहुल गांधी और जनरल हूडा की फोटो क्यों मीडिया में आई? इस तरह के तमाम सवालों का जवाब खुद जनरल हूडा ने इंडिया टीवी को दिया है।
जनरल हूडा ने साफ किया कि वे कांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं बल्कि उन्हें पूरी तरह से एक प्रोफेशनल के तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है। जनरल हूडा ने बताया कि कांग्रेस प्रेसिडेंट ने उनसे बात की और पूछा कि क्या वे टास्क फोर्स ऑन नेशनल सिक्योरिटी हेड कर सकता हैं, जिसे उन्होंने माना। उन्होंने कहा कि राजनीति में उतरने की बात सही नहीं है।
जनरल हूडा ने बताया कि वे मुख्य तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में रिपोर्ट तैयार करेंगे, इस रिपोर्ट में आंतरिक सुरक्षा, बाहरी सुरक्षा, सुरक्षा को लेकर चुनौतिया, उन चुनौतियों से निपटने के तरीके, भारत को सुरक्षा के तौर पर मजबूत कैसे किया जाए, सेना और पुलिस को कैसे मजबूत किया जाए और अगले 5 साल तक किस तरह से भारत को सिक्योरिटी के क्षेत्र में आगे बढ़ाया जाए? इस तरह के तमाम मुद्दे तैयार हने वाले डोक्यूमेंट में शामिल होंगे।
जनरल हूडा ने यह भी साफ किया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनसे राष्ट्रीय सुरक्षा पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए पुलवामा हमले से बहुत पहले संपर्क किया था, ऐसे में उनकी और राहुल गांधी की मुलाकात को पुलवामा हमले से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।
सेवा निवृत हो चुके फौजियों की राजनीती में एंट्री पर जनरल हूडा से पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वे इसमें कोई नुकसान नहीं देखते। हालांकि जनरल हूडा ने कहा कि अभी तक उनका राजनीति में दाखिल होने का कोई विचार नहीं है।
जनरल हूडा की देखरेख में ही भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी, जब उनसे पूछा गया कि सरकार को सर्जिकल स्ट्राइक के सिलसिले को आगे भी बरकरार रखना चाहिए था तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि हमें इस तरह के कदम उठाते रहना चाहिए था, जिससे भारत के खिलाफ कोई भी कदम उठाने से पहले पाकिस्तान दो बार सोचता।