अमेजन प्राइम की ताजा वेबसीरीज़ तांडव पर बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है। उत्तर प्रदेश में एफआईआर दर्ज होने के बाद अब केंद्र सरकार का सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भी तांडव वेबसीरीज से लेकर ओटीटी प्लेटफाॅर्म पर परोसे जा रहे कंटेंट को लेकर अलर्ट हो गया है। मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार ओटीटी पर परोसे जा रहे आपत्तिजनक कंटेंट और तांडव फिल्म को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय आज शाम तक बड़ा फैसला ले सकता है।
इससे पहले लखनऊ में हजरतगंज कोतवाली में तांडव वेबसीरीज के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर हजरतगंज कोतवाली के सब इंस्पेक्टर ने दर्ज कराई है। इस एफआईआर में अमेज़न प्राइम की इंडिया हेड अपर्णा पुरोहित समेत वेबसीरीज के निर्माता, निर्देशक और राइटर को आरोपी बनाया गया है। इनके खिलाफ समाज में विद्वेष फैलाने, अशांति फैलाने जैसी तमाम धाराओं में केस दर्ज कराया गया है। इसके साथ ही सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने वेब सीरीज के खिलाफ शिकायतों का संज्ञान लिया है और अमेज़न प्राइम वीडियो से स्पष्टीकरण मांगा है।
तांडव फिल्म विवाद पर आज हुई बैठक
बताया जा रहा है कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में तांडव फिल्म विवाद पर आज बैठक हुई है। सरकार पहले ही साफ कह चुकी है कि ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म दिखाए जाने वाले फिल्म, कंटेट को लेकर सेल्फ रगुलेशन कोड बनाएं। अगर ओटीटी प्लेटफार्म अपने लिए सेल्फ रेगुलेशन कोड नहीं बनाते हैं तो फिर सरकार कोड बनाने पर विचार कर सकती है। मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ कुछ ज़िम्मेदारियां भी निहित होती है। लेकिन क्रिएटिव फ्रीडम के नाम पर कानून.व्यवस्था को बिगाड़ने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
FIR में ये हैं आरोप
एफआईआर में कहा गया है कि वेबसीरीज के पहले एपिसोड के 17वें मिनट में हिंदू देवी देवताओं को लेकर निम्नस्तरीय एवं अभद्र भाषा और टीका टिप्पणी का प्रयोग किया गया है। यह धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला है। इसके साथ ही 22वें मिनट में धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली बातें कही गई हैं। वहीं इस सीरीज में भारतीय प्रधानमंत्री को अशोभनीय ढंग से पेश किया गया है। एफआईआर में कहा गया है कि वेबसीरीज में जातियों को ऊंचा नीचा दिखाने और महिलाओं को अपमानित करने वाले दृश्य भी हैं।