नई दिल्ली। हैदराबाद डॉक्टर बिटिया की हत्या और सामूहिक दुष्कर्म के चारों आरोपियों के एनकाउंटर के बाद सोशल मीडिया में बहस तेज हो गई है। साइबराबाद कमिश्नर सीवी सज्जनार की अगुआई में पुलिस की एक टीम ने शुक्रवार तड़के सुबह आरोपियों को लेकर घटनास्थल पर पहुंची थी। जहां सीन रीक्रिएशन के दौरान आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया गया। 11 साल पहले यानी 2008 में भी सीवी सज्जनार ने कुछ ऐसा ही किया था जिसे आज एक बार फिर से याद किया जा रहा है।
पुलिस का कहना है कि आरोपी सीन रीक्रिएशन के दौरान पुलिसकर्मियों के हथियार छीनकर भाग रहे थे। चार में से एक आरोपी ने पुलिस की पिस्टल छीन कर उन पर ही हमला करने की कोशिश की जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने आत्मसुरक्षा में गोली चलाई थी। 27 वर्षीय पीड़िता के परिवार ने भी पुलिस की इस कार्रवाई का स्वागत किया है।
1996 बैच के अधिकारी है सज्जनार
इस घटना की देश भर में चर्चा हो रही है। विशेषकर पुलिस कमिश्नर सीवी सज्जनार को लेकर तमाम बातें की जा रही हैं। आपको बता दें कि एनकाउंटर मैन के नाम से विख्यात सीसी सज्जनार 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उनको, सख्त मिजाजी और महिला सुरक्षा को लेकर संवेदनशील होने के लिए जाना जाता है।
11 साल पहले वारंगल में भी किया था एनकाउंटर
गौरतलब है कि तेलंगाना में सीवी सज्जनार की छवि एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की रही है। 11 साल पहले ही सीवी सज्जनार को एनकाउंटर मैन की उपाधि दे दी गई थी। बता दें कि दिसंबर 2008 में भी सीवी सज्जनार आंध्र-प्रदेश के वारंगल जिले में एसपी के पद पर तैनात थे उस दौरान भी उन्होंने इसी तरह से एक एनकाउंटर को अंजाम दिया था। उस समय वारंगल जिले में एक स्कूली छात्रा पर कुछ लोगों ने एसिड से हमला कर दिया था। इसके बाद सीवी सज्जनार की अगुआई में टीम ने तीन आरोपियों को मुठभेड़ में मार गिराया था।
इस घटना के बाद से ही वारंगल के कमिश्नर सज्जनार पर बहस तेज हो गई है। सोशल मीडिया पर लोग कमिश्नर सज्जनार और हैदराबाद पुलिस की कार्रवाई पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। ट्विटर पर #hyderabadpolice #TelanganaPolice #Encounter #HyderabadHorror और #शौर्य_दिवस आदि तेजी से ट्रेंड कर रहे हैं।