Highlights
- रिजवी पर आरोप है कि उन्होंने अपनी किताब में आपत्तिजनक चीजें लिखी हैं।
- ओवैसी ने कहा कि रिजवी के बयान का लक्ष्य भारत के मुस्लिमों के विरुद्ध शत्रुता की भावना पैदा करना है।
- ओवैसी ने कि पुस्तक की सामग्री और आपत्तिजनक बयानों का इस्तेमाल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया है।
हैदराबाद: आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी तथा पार्टी के अन्य नेताओं ने बुधवार को हैदराबाद के पुलिस आयुक्त अजंनी कुमार से मुलाकात की और उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद रिजवी के खिलाफ हैदराबाद में एफआइआर दर्ज हो गई है।
रिजवी पर आरोप है कि उन्होंने अपनी किताब में आपत्तिजनक चीजें लिखी हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने शिकायत में कहा, “हिंदी में लिखी गई किताब में इस्लाम और उसके अनुयायियों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया है।” ओवैसी ने कहा, “किताब की सामग्री और आपत्तिजनक बयानों को उनकी धार्मिक भावनाएं आहत करने के मकसद से लिखा गया है जो पैगंबर मोहम्मद के अनुयायी हैं और इस्लाम के सिद्धांतों को मानने वाले हैं।”
एआइएमआइएम प्रमुख ने हैदराबाद के पुलिस आयुक्त अंजनी कुमार को पत्र सौंपा था। पत्र में कहा गया है कि पुस्तक की सामग्री और आपत्तिजनक बयानों का इस्तेमाल पैगंबर को मानने वाले और इस्लामिक सिद्धांतों का पालन करने वालों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया है। इसे लेकर मैं अनुरोध करता हूं कि रिजवी और उनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, और भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए, 153बी, 295ए, 504 और 505(1)(सी) के तहत कार्रवाई की जाए।
ओवैसी ने कहा कि रिजवी के बयान का लक्ष्य भारत के मुस्लिमों के विरुद्ध शत्रुता की भावना पैदा करना है। ओवैसी ने धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी की भावना भड़काने के लिए रिजवी और उनके साथियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया।