श्रीनगर: नरमपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस चाहता है कि भारत और पाकिस्तान को अपने रिश्तों में आयी कड़वाहट को दूर कर, फिर से एक दूसरे के साथ वार्ता की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए। संगठन ने कहा है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान बिश्केक में एससीओ शिखर सम्मेलन का फायदा उठाते हुए इस विचार को अंजाम दे सकते हैं।
हुर्रियत के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने यहां एक बैठक के बाद कहा, ‘‘हम इस बात को फिर से दोहराते हैं कि आगे बढ़ने और कश्मीर में दर्दनाक रक्तपात को समाप्त करने के लिए राजनीतिक संवाद सबसे प्रभावी तरीका है। हम भारत-पाकिस्तान के नेतृत्व से रिश्तों में जमी बर्फ को पिघलाने और एक-दूसरे से जुड़ने का आग्रह करते हैं।’’
उन्होंने कहा कि हुर्रियत कॉन्फ्रेंस कश्मीर घाटी में जारी खून-खराबे और हत्याओं को लेकर चिंतित और दुखी है। उन्होंने कहा, ‘‘ कश्मीर के लोग दशकों से चले आ रहे इस संघर्ष के नतीजों को भुगत रहे हैं ।’’