पुंछ: 44 राष्ट्रीय राइफल्स के शहीद जवान औरंगजेब का जनाजा जब जम्मू-कश्मीर के पुंछ में स्थित उनके पैतृक गांव में पहुंचा तो इस वीर सपूत को श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ो लोगो की भीड़ मौजूद थी। इस दौरान वहां मौजूद हर शख्स की आंखें गिली थीं और उनमें इंतकाम की आग साफ झलक रही थी। वहां मौजूद आक्रोशित गांववालों की सिर्फ एक ही मांग थी कि जिसने भी उनके औरंगजेब को उनसे छीना है, उसे जल्द से जल्द इस नापाक हरकत की सजा दी जाए। औरंगजेब के पिता ने सरकार को 72 घंटों के अंदर अपने बेटे के हत्यारों को ढूंढ़ने का अल्टिमेटम दिया है और कहा है कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो वह खुद हत्यारों को सजा देंगे।
ईद की छुट्टियां मनाने के लिए घर लौट रहे जवान औरंगजेब की आतंकियों ने 14 जून को अगवा कर हत्या कर दी थी। गुरुवार शाम उनका शव पुलवामा के गूसो इलाके में पाया गया था। औरंगजेब के पिता हनीफ ने कहा है कि उनका एक बेटा शहीद हो गया, लेकिन बड़ा बेटा फौज में है। हनीफ ने कहा कि जैसे औरंगजेब कुर्बान हुए वैसे ही हम सब कुर्बान हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह अपने दूसरे बेटों को भी सेना में भेजेंगे। आपको बता दें कि हनीफ खुद भी सेना में रह चुके हैं।
उधर सेना और सुरक्षाबलों ने शहीद जवान औरंगजेब की हत्या में शामिल हिज्बुल और जैश के आतंकियों के एनकाउंटर की तैयारी कर ली है और इसके लिए ईद के बाद सबसे बड़ा ऑपरेशन शुरू किया जाएगा। सेना ने शहीद जवान औरंगजेब को अगवा करने और फिर निर्मम तरीके से मारने में शामिल आतंकियों की पहचान कर ली है और उम्मीद की जा रही है कि बहुत जल्द इन आतंकियों को उनके सही मुकाम तक पहुंचाया जाएगा।