अहमदाबाद: गुजरात के साबरकांठा जिले में 14 माह की बच्ची से बलात्कार की घटना के बाद गैर-गुजरातियों पर कथित हमलों के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने प्रदेश वासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। विजय रुपाणी ने कहा है कि बलात्कार के आरोपियों को 24 घंटों के अंदर पकड़ा जा चुका है और वह ये सुनिश्चित करेंगे कि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
इस बीच उत्तर भारतीयों पर कथित हमलों को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुजरात के सीएम के साथ बात की, योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी रुपाणी जी के साथ बात हुई है और सीएम रुपाणी ने बताया कि 3 दिन से किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं घटी है। मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि जो लोग गुजरात के विकास से ईर्ष्या करते हैं वही अफवा फैला रहे हैं।
इस बीच हिंसा करने के मामलों में पुलिस ने अब तक 450 लोगों को गिरफ्तार किया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये गिरफ्तारियां गुजरात के विभिन्न भागों से हुई हैं। इस घटना के बाद राज्य के कई हिस्सों में गैर-गुजरातियों, खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन हमलो के डर से गैर-गुजरातियों का सूबे के विभिन्न शहरों से पलायन शुरू हो गया है। दूसरी तरफ राज्य सरकार ने उत्तर भारतीयों से गुजरात नहीं छोड़ने की अपील की है।
इस मामले पर बोलते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, 'कल गुजरात के सीएम विजय रुपाणी से बात हुई है। वहां की सरकार स्थिति की समीक्षा कर रही है। जो भी अपराधी हैं उनपर बिना किसी भेदभाव के कार्रवाई हो।' वहीं, गुजरात के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने कहा, 'कुछ लोग जो चुनावों में जीत नहीं पाए हैं, वह हिंसा फैलाने का काम कर रहे हैं। गुजरात में उत्तर भारतीय लोगों से मारपीट के मामले में अब तक 450 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गुजरात में रोजगार के लिए आए दूसरे राज्य के लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है। हम केंद्र सरकार के संपर्क में हैं। हर घटना की रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपी गई है।'
बीते 28 सितंबर को एक बच्ची के साथ कथित रूप से रेप करने के लिए बिहार के एक निवासी को गिरफ्तार किए जाने के बाद गैर-गुजरातियों को निशाना बनाया गया और सोशल मीडिया पर नफरत भरे संदेश फैलाए गए। इससे पहले पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने बताया,‘मुख्य रूप से 6 जिले (हिंसा से) प्रभावित हुए है। मेहसाणा और साबरकांठा सबसे अधिक प्रभावित हुए है। इन जिलों में, 42 मामले दर्ज किए गए है और अब तक 342 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच के दौरान आरोपियों के नाम सामने आने के बाद और लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।’
उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में राज्य रिजर्व पुलिस (CRP) की 17 कंपनियों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा,‘गैर-गुजराती के निवास क्षेत्रों और उन कारखानों में जहां वे काम करते हैं, वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने इन इलाकों में गश्त भी बढ़ा दी है।’ डीजीपी ने बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने के लिए दो मामलें दर्ज किये गये है। हमलों के बाद गैर-गुजरातियों के पलायन के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में झा ने कहा कि आने वाले त्योहारों के मद्देनजर वे अपने मूल राज्यों के लिए रवाना हो सकते है।
उन्होंने कहा कि सबसे अधिक प्रभावित जिले गांधीनगर में पुलिस अधिकारियों को शिविरों का आयोजन करने और स्थानीय नेताओं के साथ संवाद करने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा बल और वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। इस बीच कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने घोषणा की कि इन हमलों के मद्देनजर उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज किए गए ‘झूठे मामलों’ को यदि सरकार ने वापस नहीं लिया तो वह 11 अक्टूबर से ‘सद्भावना’ उपवास करेंगे।