नई दिल्ली: आईआईटी दिल्ली ने कोरोना जांच के लिए एक नई किट का आविष्कार किया है। यह किट बेहतर गुणवत्ता के साथ सिर्फ 3 घंटे में कोरोना जांच के नतीजे देती है। सबसे अहम बात यह है कि इस किट की कीमत केवल 650 रुपए है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस किट का ऑनलाइन माध्यम से शुभारंभ किया। इस अवसर पर निशंक ने कहा,‘‘जब दुनिया में कोविड-19 महामारी अचानक आई तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने कई निर्णय लिये और इसे रोकने के लिए कदम उठाये। प्रधानमंत्री ने तब कहा था कि हमारे नौजवान संकट की इस घड़ी में क्या कर सकते हैं, क्या नया कर सकते हैं, क्या रास्ता निकाल सकते हैं। प्रधानमंत्री के शब्दों को तमाम आईआईटी ने चुनौती मानकर स्वीकार किया और कम समय में संकल्प के साथ इस पर कदम बढ़ाया।’’
किट की गुणवत्ता को देखते हुए आईसीएमआर ने भी इसे अपनी स्वीकृति प्रदान की है। मात्र 650 रुपये कोरोना की जांच करने वाली यह किट आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर पेरूमल, प्रोफेसर कुंडू, प्रोफेसर मेनन, डॉ प्रशांत, प्रोफेसर जे गोम्स, डॉक्टर अखिलेश, डॉक्टर आशुतोष और डॉक्टर सोनम की टीम द्वारा शोध करने के बाद बनाई गई है।
निशंक ने कहा, "650 रुपए में कोरोना की जांच करने वाली दिल्ली आईआईटी की यह किट मात्र 3 घंटे में जांच रिपोर्ट दे देगी। इस किट के आने से कोरोना जांच की क्षमताए गुणवत्ता और विश्वसनीयता बढ़ी है। आईसीएमआर ने भी दिल्ली आईआईटी की इस किट पर उत्कृष्टता का ठप्पा लगाया है।"
उन्होंने कहा कि आईआईटी दिल्ली ने जो किट तैयार की है, इससे न केवल भारत को बल्कि पूरी मनवता को फायदा होगा । उन्होंने कहा कि यह किट काफी सस्ती है और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अहम कदम है। निशंक ने कहा, ‘‘जब नेतृत्व अच्छा हो तब ऐसे ही परिणाम सामने आते हैं। हम इस चुनौतिपूर्ण समय को अवसर में बदलने को कृत संकल्पित हैं।’’
आईआईटी दिल्ली द्वारा बनाई गई कोरोना जांच के जल्दी ही खुले बाजार में उपलब्ध होगी। इसके लिए आईआईटी दिल्ली ने न्यूटेक मेडिकल डिवाइस नामांक एक कंपनी के साथ साझेदारी की है। इस कंपनी की मदद से बड़े स्तर पर कोरोना जांच किट का निर्माण और मार्केटिंग की जाएगी। इस कोरोना जांच किट में आरटीपीसीआर किट की कीमत सिर्फ 399 रुपये है। शेष लगभग 250 अन्य प्रक्रियाओं और सहयोगी उपकरणों के लिए लिए जाएंगे।
आईआईटी दिल्ली के मुताबिक कई सरकारी अस्पतालों में यह किट मुफ्त में दी जाएगी ताकि वहां आने वाले रोगियों की जांच निशुल्क की जा सके। इस कोरोना जांच किट को बाजार में लाने से पहले कई प्रकार के ठोस परीक्षण किए गए हैं। इन सभी परीक्षणों में यह कोरोना जांच के खरी उतरी है। इसके नतीजे सौ प्रतिशत सही पाए गए हैं। ऐसे में अब कोरोना जांच सस्ती होने के साथ-साथ अधिक विश्वसनीय एवं गुणवत्ता पूर्ण तरीके से की जा सकेगी।
गौरतलब है कि शुरूआती दौर में कोरोना जांच की फीस के लिए 5000 रुपये तक वसूले जा रहे थे। हालांकि बाद में इसकी कीमत आधी कर दी गई। अब आईआईटी दिल्ली द्वारा बनाई गई कोरोना जांच किट अभी वसूली जा रही कीमतों के मुकाबले एक चौथाई कीमत पर उपलब्ध होगी।