नई दिल्ली: अब आप घर बैठे अपना कोरोना टेस्ट कर सकेंगे। ICMR ने 105 से ज्यादा रैपिड एंटिजेन टेस्ट किट्स बनाने वाली कंपनियों को मंजूरी दी है। इसमें से 31 कंपनियां भारतीय हैं जिससे घर बैठे कोरोना का टेस्ट किया जा सकता है। कोविसेल्फ नाम की इस टेस्टिंग किट को पुणे की माई लैब नाम की कंपनी ने बनाया है। महज ढाई सौ रूपये कीमत वाली इस टेस्टिंग किट को यूज करना बहुत आसान है। कंपनी ने कहा है कि जिन लोगों को कोरोना के सिम्टम्स दिख रहे हैं या जो लोग कोरोना के मरीज के कॉन्टैक्ट में आए हैं, उन्हें ही कोविसेल्फ टेस्टिंग किट से अपनी कोरोना जांच करनी चाहिए। इस किट के जरिए टेस्ट कैसे किया जाए इसका डेमो खुद कंपनी के डायरेक्ट ने दिया।
कोविसेल्फ टेस्ट 18 साल और उससे अधिक आयु के व्यक्ति नाक के स्वाब नमूनों को खुद ले सकता है। आईसीएमआर ने अपनी एडवाइजरी में कहा कि इसका अंधाधुंध इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। केवल वे लोग जिनमें लक्षण हैं और जो किसी संक्रमित मरीज के संपर्क में आए हो या फिर जिसको कोरोना का कोई लक्षण नजर आ रहा हो, वही इसका उपयोग करें।
कोविसेल्फ टेस्ट किट के अलावा कोरोना की जांच के लिए आज एक और टैक्नीकी सामने आई। इसे भी ICMR ने मंजूरी दी है। इसमें आप गार्गल के ज़रिए ये पता लगा सकते हैं कि आपको कोरोना हुआ है या नहीं। इस टैक्नीक की खोज की है नेशनल इंवायरमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने यानी एक सरकारी संस्थान ने।
इस टेस्ट में आपको मुंह या नाक से स्वैब देने की जरूरत नहीं है। महज स्लाइन वाटर के गार्गल से आपका टेस्ट हो जाएगा। ये टेस्ट उन लोगों के लिए काफी फायदेमंद होगा जो नाक या मुंह से स्वैब देने में असहज महसूस करते हैं।
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