नई दिल्ली। देश में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से अस्पतालों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और उपचार के लिए दवाओं की मांग तेजी से बढ़ गई हई जिस वजह से कई जगहों पर कोरोना उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवाओं की कालाबाजारी की खबरें आ रही हैं। कई अस्पतालों में इस तरह की शिकायतें आयी हैं कि दवा नहीं मिल रही है। अब इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कोरोना उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवा रेमडेसिवीर (Remdesivir) की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाया है।
दवा रेगुलेटर राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) ने जनता से अपील की है कि किसी भी अस्पताल में अगर रेमडेसिवीर (Remdesivir) की उपलब्ता नहीं होती है तो NPPA से शिकायत की जा सकती है। इसके लिए NPPA ने टोल फ्री नंबर, ई-मेल आई डी तथा उन कंपनियों के ई-मेल आईडी और फोन नंबर जारी किए हैं जो रेमडेसिवीर (Remdesivir) दवा को तैयार करती हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में काम आने वाली रेमडेसिवीर (Remdesivir) दवा की अनुपलब्धता को लेकर राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) काफी सख्ती बनाए हुए है।
यहां ऐसे करें शिकायत
- टोल फ्री नंबर- 1800 111 255
- ई-मेल: monitoring-nppa@gov.in
- वेबसाइट- nppaindia@nic.in
ये कंपनियां बनाती हैं रेमडेसिवीर
रेमडेसिवीर की उपलब्धता के लिए यहां से ले सकते हैं मदद दवा रेगुलेटर राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) ने रेमडेसिवीर (Remdesivir) दवा को तैयार करने वाली कंपनियों की डिटेल साझा की है। NPPA ने रेमडेसिवीर (Remdesivir) दवा बनाने वाली कंपनी की वेबसाइट, ई-मेल आईडी और 24*7 हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
रेमडेसिवीर की हो रही कालाबाजारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कोरोना संक्रमण की मार से झेल रहे महाराष्ट्र में मरीजों के परिजनों को रेमडेसिवीर के लिए लंबी-लंबी कतारों में लगना पड़ रहा है। महाराष्ट्र के नासिक जिले में कोरोना की रेमडेसिवीर दवा के लिए मेडिसीन की दुकानों पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है। वहीं रेमडेसिविर दवा की कीमत भी अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग है। खुदरा बाजार में रेमडेसिवीर की एक शीशी 1200 से 4000 रुपये में बेची जा रही है। उत्तर प्रदेश की झांसी और प्रयागराज में भी कोरोना संक्रमित मरीजों को रेमडेसिवीर की किल्लत की मार झेलनी पड़ रही है। बताया जा रहा है कि रेमडेसिवीर दवा के इंजेक्शन की उपलब्धता बाजार में घट गई है। कोरोना प्रभावित राज्यों में रेमडेसिवीर की किल्लत होने के बाद कालाबाजारियों की चांदी हो गई है।