नई दिल्ली. पिछले 73 सालों में जो देश में नहीं हुआ वो 15 अगस्त को होने जा रहा है, लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तिरंगा फहराएंगे, भाषण भी होगा लेकिन कोरोना महामारी के चलते लाल किले पर होने वाले जश्न की तस्वीर बिल्कुल अलग होगी। लाल किले के जश्न में मास्क को अनीवार्य कर दिया गया है, सीटिंग अरेंजमैंट में भी बदलाव किए गए हैं, कार्यक्रम में 10 से ज्यादा मंत्री शामिल नहीं होंगे वहीं देश में अलग-अलग देशों के करीब डेढ़ सौ से ज्यादा डिप्लोटमेट्स हैं लेकिन उसमे से सिर्फ 10 डिप्लोमेट्स को जगह दी गई है।
कार्यक्रम में राजनीतिक अतिथि भी मौजूद नहीं होंगे, दोनों तरफ के रैम्पेड पर सिर्फ 120 मेहमानों को जगह दी गई है। पहले इनकी संख्या 300 से साढ़े तीन सौ के करीब होती थी।
थल सेना, वायुसेना और नौसेना के जवान पीएम मोदी के गार्ड ऑफ ऑनर देंगे लेकिन उसमें सिर्फ 22 जवान शामिल होंगे। वहीं राष्ट्रीय सैल्यूट में 32 जवान और अफसर होंगे, साथ में दिल्ली पुलिस के जवान भी शामिल होंगे, कोरोना की वजह से ये सभी जवान मास्क लगाए हुए होंगे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए चार लाइनों में खड़े होंगे।पढ़ें- लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए की गई ‘ड्रेस रिहर्सल’, देखिए तस्वीरें
इस बार ग्राउंड में स्कूली बच्चे नहीं होंगे। हर साल करीब 3500 बच्चों को शामिल किया जाता था, जिनसे बाद में पीएम मोदी मुलाकात करते थे, स्कूली बच्चों की जगह 500 एनसीसी कैडेट्स को शामिल किया गया है। जो करीब 6 फीट की दूरी पर बैठेंगे। पीएम मोदी की तस्वीर लेने वाले फोटोग्राफर का भी कोरोना टेस्ट कराया गया है और 15 अगस्त के जश्न तक क्वारंटीन किया गया है यानी पीएम मोदी पंद्रह अगस्त पर तिरंगा झंडा फहराएंगे। करीब 45 मिनट का भाषण देंगे और दूर से लोगों का अभिवादन करेंगे और बिना किसी से मिले और हैंड शैक किए हुए ही वहां से निकल जाएंगे और कार्यक्रम खत्म हो जाएगा।