नई दिल्ली: बीएसपी के पूर्व सांसद के बेटे आशीष पांडे के खिलाफ दिल्ली की अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है। आशीष पांडे ने दिल्ली स्थित होटल हयात के पोर्टिको में खुलेआम पिस्टल लहराई थी और एक जोड़े को गालियां दी और डराया-धमकाया था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने और चैनलों पर चलने के बाद हरकत में आई पुलिस ने आशीष पांडे की तलाश शुरू कर दी थी। फिलहाल वो कहीं अंडरग्राउंड हो गया है। दिल्ली और यूपी पुलिस आशीष पांडे की तलाश में जुटी हुई है।
पूर्व सासंद के बिगड़ैल बेटे आशीष पांडे की तलाश में पुलिस की तीन टीम दिल्ली से यूपी तक दबिश दे रही हैं। घर से दफ्तर तक छापे मारे जा रहे हैं। पुलिस के मुताबिक़ आशीष पांडे की आखिरी लोकेशन यूपी के बस्ती में ट्रेस हुई है। पकड़े जाने के डर से उसने फोन बंद कर दिया है। अब आशीष विदेश ना भाग जाए, इसलिए हर एयरपोर्ट पर लुक आउट सर्कुलर जारी है। भारत-नेपाल बॉर्डर के साथ सभी चेक पोस्ट पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
उप्र पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि लखनऊ के रीयल एस्टेट कारोबारी पांडे के पास तीन अग्नेयास्त्रों के लाइसेंस थे जिन्हें अब निलंबित कर दिया गया है। कंवर ने दिल्ली पुलिस को दिये अपने बयान में कहा कि पांडे ने अपनी पिस्तौल निकाल ली और चिल्लाया, ‘‘मैं तुम्हें मार दूंगा’’ जिससे वह इस हद तक ‘‘डर’’ गए कि पुलिस के पास भी नहीं गए। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसके बाद जनआक्रोश को देखते हुए दिल्ली पुलिस हरकत में आई और पांडे की तलाश शुरू की जो घटना के बाद से लापता है। वीडियो में पांडे होटल के स्वागत कक्ष के बाहर दो और मेहमानों के साथ बहस करता दिख रहा है।
उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) आनंद कुमार ने कहा, ‘‘आशीष पांडे से जुड़े विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की गई और हम जल्द ही गिरफ्तारी करने में सक्षम होंगे।’’ अम्बेडकर नगर के पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने कहा कि पांडे के पास एक .32 बोर की पिस्टल, एक .12 बोर की दोनाली बंदूक और .315 बोर की राइफल का अखिल भारतीय लाइसेंस है। जिलाधिकारी सुरेश कुमार ने पीटीआई-भाषा को बताया कि लाइसेंस निलंबित कर दिये गए हैं और अकबरपुर कोतवाली पुलिस थाना क्षेत्र स्थित उसके पते पर इस आशय का नोटिस भेज दिया गया है।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पांडे के साथ मौजूद तीन महिलाएं जो घटना के शुरू होने में शामिल थीं उनकी अभी पहचान नहीं हो पाई है।
पुलिस ने कहा कि वे लखनऊ, पूर्वी उत्तर प्रदेश के जालापुर समेत कई ठिकानों पर दबिश दे रही है। जालापुर आशीष के विधायक भाई रितेश का विधानसभा क्षेत्र है। उसके ठिकानों के बारे में सुराग के लिये दोस्तों और परिवार व रिश्तेदारों से बातचीत की जा रही है।