पंचकूला: बीस साल कैद की सजा भुगत रहे दुष्कर्मी बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां की करीबी सहयोगी हनीप्रीत इंसां को पंचकूला की एक अदालत ने शुक्रवार को 10 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। हनीप्रीत (प्रियंका तनेजा) को 23 अक्टूबर तक अंबाला की सेंट्रल जेल में रखा जाएगा। उसे पूछताछ के लिए पहले छह दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजा गया था। बाद में रिमांड तीन दिन और बढ़ा दी गई थी।
नौ दिन रिमांड की अवधि पूरी होने पर पुलिस ने शुक्रवार को हनीप्रीत को पंचकूला की अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे 10 दिन के लिए अंबाला जेल ले जाने का आदेश दिया। इस बीच कड़ाई से पूछताछ करने पर हनीप्रीत ने कबूल किया कि गुरमीत को सजा सुनाए जाने के बाद पंचकूला में हिंसा की साजिश उसी ने रची थी। डेरा सच्चा सौदा के किस सदस्य को हिंसा भड़काने के लिए कहां तैनात रहना है, इसका खाका उसने अपने लैपटॉप में तैयार किया था। उसने यह भी बताया कि उसका मोबाइल और लैपटॉप डेरे की मैनेजर विपश्यना इंसां के पास है।
सिरसा और पंचकूला में हुई हिंसा में 41 लोग मारे गए थे और 260 घायल हुए थे। एसआईटी की टीम ने गुरुवार को विपश्यना और हनीप्रीत को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की थी। दोनों से 40 सवाल पूछे गए थे।पुलिस रिमांड के दौरान एसआईटी हनीप्रीत को 25 अगस्त को पंचकूला में हुई हिंसा की जांच के मद्देनजर उसकी संलिप्तता के सबूत जुटाने के इरादे से उसे पंजाब और हरियाणा में कई जगहों पर ले गई।
हनीप्रीत 25 अगस्त की हिंसा के बाद 38 दिनों तक फरार थी। हरियाणा पुलिस ने उस पर देशद्रोह का आरोप लगाया है। हनीप्रीत ने एक वीडियो वायरल किया था, जिसमें वह कहती दिखती है कि अगर बाबा को सजा हुई तो हिंदुस्तान का नामोनिशान मिटा देना है।