नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि त्रिपुरा में मस्जिद को नुकसान पहुंचाने और तोड़फोड़ के बारे में सोशल मीडिया पर प्रसारित खबरें फर्जी हैं और गलतबयानी की गई है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि त्रिपुरा में ऐसी किसी भी घटना में साधारण या गंभीर रूप से घायल होने अथवा बलात्कार या किसी व्यक्ति की मौत की कोई सूचना नहीं है जैसा कि कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में आरोप लगाया गया है।
गृह मंत्रालय ने कड़े शब्दों वाले बयान में कहा कि हाल के दिनों में त्रिपुरा में किसी मस्जिद के ढांचे के क्षतिग्रस्त होने का कोई मामला सामने नहीं आया है और लोगों को शांत रहना चाहिए तथा ऐसी फर्जी खबरों से गुमराह नहीं होना चाहिए। मंत्रालय ने कहा है, ‘‘ऐसी खबरें फैलायी गई हैं कि त्रिपुरा में गोमती जिले के काकराबन इलाके में एक मस्जिद को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। ये खबरें फर्जी हैं और गलतबयानी हैं।’’
गृह मंत्रालय ने कहा कि काकराबन के दरगाबाजार इलाके में मस्जिद को नुकसान नहीं हुआ है और गोमती जिले में त्रिपुरा पुलिस शांति बनाए रखने के लिए काम कर रही है। गृह मंत्रालय ने कहा कि महाराष्ट्र में हिंसा और आपत्तिजनक बयानबाजी की सूचना मिली है, जिनका उद्देश्य त्रिपुरा के बारे में फर्जी खबरों के आधार पर शांति और सद्भाव को बिगाड़ना है। मंत्रालय ने कहा ‘‘यह बहुत चिंताजनक है और यह आग्रह किया जाता है कि हर कीमत पर शांति बनाए रखी जाए।’’
महाराष्ट्र भड़की हिंसा, 100 से ज्यादा लोगों पर FIR
महाराष्ट्र के अमरावती सहित पांच शहरों में हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ हुई, जिसे तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने मौर्चा संभाल रखा है, दंगाइयों पर कार्रवाई की जा रही है। CCTV फुटेज के आधार पर दंगाइयों की पहचान की जा रही है और जिस भी दंगाई की पहचान हो रही है, उसे गिरफ्तार किया जा रहा है।
अभी तक हिंसा के मामले में कुल 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की जा चुकी है। वहीं, मालेगांव में हिंसा करने वाले 18 लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि नांदेड़ में हिंसा के 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और अमरावती में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसा को देखते हुए अमरावती में कर्फ्यू भी लागू कर दिया गया है।
दरअसल, शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद नांदेड़, नाशिक, मालेगांव, अमरावती और वाशिम में दंगाइयों ने पुलिस पर पथराव और दुकानों-गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी। यह हिंसा त्रिपुरा में एक मस्जिद को कथित तौर पर नुकसान पहुंचाए जाने की खबर के बाद हुई, जिसके बारे में त्रिपुरा सरकार ने साफ कहा है कि उनके वहां किसी भी मस्जिद को नुकसान नहीं पहुंचाया गया है।
त्रिपुरा पुलिस जांच कर रही है कि मस्जिद को नुकसान पहुंचाए जाने की फेक न्यूज किसने और किस उद्देश्य से फैलाई है। त्रिपुरा पुलिस को कुछ ट्विटर हैंडल मिले हैं, जिनके जरिए फेक न्यूज फैलाई गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अब तक की जांच के दौरान गलत खबर फैलाने वाले ट्विटर के 94 लिंक मिले हैं, जिनमें से 47 हटाए जा चुके हैं। पुलिस को 24 फेक पोस्ट मिले जबकि 66 आपत्तिजनक पोस्ट मिले।
सूत्रों के अनुसार, फेसबुक पर गलत खबर फैलाने वाले 32 लिंक मिले, इनमें से 13 फेक पोस्ट हैं जबकि 19 आपत्तिजनक हैं। यूट्यूब पर भी दो आपत्तिजनक लिंक मिले, जिनमें से एक को हटा दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, त्रिपुरा पुलिस को सोशल मीडिया पर मस्जिद को नुकसान पहुंचाए जाने की फेक जानकारी फैलान से जुड़े कुल 128 लिंक मिले हैं, जिनमें से 37 फेक पोस्ट हैं।