नई दिल्ली: आज लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर बहस हुई। इस दौरान विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के द्वारा उठाए गए मुद्दों पर जवाब दिया। गृह मंत्री ने लोकसभा में कहा कि दिल्ली दंगे में जिनकी जान गई है उन सभी के लिए दुख प्रकट करता हूं और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं। उन्होंने कहा, डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के समय दिल्ली के उनके कार्यक्रमों में नहीं गया, मैं दिल्ली पुलिस के साथ बैठक यह सुनिश्चित कर रहा था कि हिंसा पर नियंत्रण किया जाए।
अमित शाह ने कहा, ''1100 से ज्यादा लोगों की पहचान हो चुकी है, 300 से ज्यादा लोग उत्तर प्रदेश से आकर यहां दंगा करने के लिए आए थे और उत्तर प्रदेश से हमने जो डेटा शहरों से मंगवाया जिससे साबित होता है कि दंगे को लेकर गहरी साजिश थी। दिल्ली दंगा को राजनीतिक दंग देने का प्रयास हुआ है। कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें आज की चर्चा में नहीं बोलना चाहता, लेकिन जिस तरह इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को रखने का प्रयास हुआ इसलिए इस पर स्पष्ट करना चाहूंगा।'' उन्होंने कहा कि दिल्ली दंगों में किसी भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा और कोई निर्दोष परेशान नहीं होगा।
शाह ने कहा, 27 फरवरी से लेकर अबतक 700 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की गई हैं, 2600 से ज्यादा लोग हिरासत में लिए गए हैं। दिल्ली की जनता में हजारों की संख्या में दिल्ली पुलिस को भेजे हैं और मुझे आशा है कि अंकित शर्मा के खून का क्लिप भी उसी विडियो से बाहर आने जा रही है जिस वीडियो को किसी नागरिक ने भेजा है। 25 से ज्यादा कंप्यूटरों पर नागरिकों की तरफ से आए वीडियो का विश्लेषण किया जा रहा है।