नई दिल्ली. गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा में दिल्ली दंगों पर हुई चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि CAA को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को गुमराह करने की कोशिश की गई। विपक्ष के धर्म के आधार पर कानून बनाने के आरोप पर उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर कोई कानून नहीं है यह कहना गलत है, मैं 25 कानून गिना सकता हूं। उन्होंने कहा, "मुस्लिम पर्सनल लॉ क्या है, धर्म के आधार पर बना हुआ कानून है, कैसे आप कह सकते हैं कि धर्म के आधार पर पहली बार कानून बना। मान्यवर चाहते हैं तो सदन के पटल पर भी रख सकता हूं, ढेर सारे कानून हैं।"
दिल्ली पुलिस की सराहना की- अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि 24 फरवरी की दोपहर दो बजे हिंसा की पहली घटना की सूचना आई और 25 फरवरी को रात 11 बजे के बाद सांप्रदायिक हिंसा की कोई घटना नहीं घटी। हिंसा को रोकने में दिल्ली पुलिस की भूमिका की सराहना करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने हिंसा को पूरी दिल्ली में नहीं फैलने देने की जिम्मेदारी बखूबी निभाई। शाह ने कहा कि कि दिल्ली के कुल 203 थाने हैं और हिंसा केवल 12 थाना क्षेत्रों तक सीमित रही।
दिल्ली पुलिस ने 36 घंटे में रोकी हिंसा- अमित शाह
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस की सबसे पहली जिम्मेदारी हिंसा को रोकने की थी। उन्होंने कहा कि 24 फरवरी को दोपहर दो बजे के आसपास हिंसा की घटना की पहली सूचना मिली और अंतिम सूचना 25 फरवरी 11 बजे मिली, यानी ज्यादा से ज्यादा 36 घंटे हिंसा चली। शाह ने कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस ने 36 घंटे में हिंसा को रोकने का काम किया और इसे फैलने की आशंका को शून्य कर दिया।’’
हिंसा में मारे गए 52 लोग- अमित शाह
गृह मंत्री ने यह भी कहा, ‘‘36 घंटे में जो हुआ, उसे मैं नजरंदाज नहीं कर रहा। 52 लोग मारे गए और हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ जो छोटी बात नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली दंगों के किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और कोई निर्दोष परेशान नहीं होगा। इसके लिए वैज्ञानिक तरीके से जांच हो रही हैं।’’ अमित शाह ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान दिल्ली के उनके कार्यक्रमों में नहीं गये और पूरे समय दिल्ली पुलिस के साथ बैठकें कर हिंसा को नियंत्रित करने की दिशा में लगे रहे। उन्होंने कहा कि उत्तर पूर्व दिल्ली की हिंसा की घटनाओं के मामलों में कुल 2647 लोग हिरासत में लिए गए हैं अथवा गिरफ्तार किए गए हैं और सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया जा रहा है।