कर्नाटक में भारी बारिश के मद्देनजर दक्षिण कन्नड़, उत्तर कन्नड़, रायचूर, बागलकोट, बेलागवी, चिक्कोडी, शिवमोग्गा, बीदर, हावेरी, कोडागु, कोप्पल, यदगीर, कलबुर्गी, धारवाड़, बल्लारी, हसन, उडुपी, गडग जिलों में 15 अगस्त तक सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा की गई है। कर्नाटक के बाढ़ और बारिश से प्रभावित इलाकों से अभी तक करीब 43,000 लोगों को बचाया गया है। यहां बारिश के प्रकोप के कारण नौ लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि सबसे अधिक प्रभावित बेलगावी जिले से 40,180 लोगों को बचाया गया है। जिले में छह लोगों की मौत हो चुकी है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, उत्तर कन्नड़ जिले में बारिश से संबंधित घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई। यहां से अभी तक 3,088 लोगों को बाहर निकाला गया है। करीब 17,000 लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा बेलगावी में रुके हुए हैं और राहत एवं बचाव अभियान पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने बृहस्पतिवार को बेलगावी के बारिश से प्रभावित शिवाजीनगर और गांधीनगर इलाकों का दौरा किया।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘‘जलाशयों से पानी छोड़ने की प्रक्रिया अच्छी तरह से समन्वित है और प्रोटोकॉल के अनुसार है ताकि निचले इलाकों को डूबने से बचाया जा सके। बड़ी मात्रा में पानी छोड़ने से प्रभावित होने वाले गांवों की पहचान कर ली गई और आवश्यक एहतियात बरता जा रहा है।’’ आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दमकल और आपात विभाग, राज्य आपदा मोचन बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और सेना की संयुक्त बचाव टीमों ने उत्तरी, तटीय और मलनाड क्षेत्र में प्रभावित जिलों से अभी तक कुल 43,858 लोगों को बाहर निकाला है।
बयान में कहा गया है कि जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है और जलाशयों से बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने से पैदा होने वाली किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। इसमें कहा गया है, ‘‘बाढ़ के हालात नियंत्रण में हैं।’’ इस बीच, दक्षिण पश्चिमी रेलवे ने पुणे मंडल पर पचापुर, गोकक और कुछ अन्य स्थानों पर मूसलाधार बारिश के कारण पटरियां जलमग्न होने के कारण बृहस्पतिवार को 18 ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की। उसने बताया कि पटरियों पर जल भराव के कारण कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं।