नई दिल्ली/श्रीनगर: हिजबुल मुजाहिदीन ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की भर्ती शुरू कर दी है। इस खुलासे ने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों में खलबली मचा दी है।
सुरक्षा एजेंसियों के लिए इस खुलासे में एक और चौंकाने वाली जानकारी यह है कि इस बार युवकों को आतंक की ट्रेनिंग पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नहीं बल्कि भारत के हिस्से वाले कश्मीर में ही दी जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा-खुफिया एजेंसियां बीते तीन महीने से घाटी में हिजबुल मुजाहिदीन की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थीं। इस दौरान जो जानकारियां मिली हैं वे घाटी में फिर से आतंकवाद फैलाने की हिजबुल की कोशिश का खुलासा कर रही हैं।
सूत्रों के अनुसार, हिजबुल मुजाहिदीन अब घाटी में लश्कर-ए-इस्लाम के नाम से पैर फैला रहा है। खुफिया एजेंसियों के पास पक्की जानकारी है कि हिजबुल ने 26 युवाओं को दहशतगर्दी की ट्रेनिंग देकर अपने साथ मिला लिया है। इनमें से 21 दक्षिणी और पांच उत्तरी कश्मीर के हैं।
हैरानी की बात यह है कि इन्हें ट्रेनिंग में ग्रेनेड फेंकना, छोटे हथियारों से फायरिंग करना सिखाया जा रहा है और यह ट्रेनिंग त्राल और उत्तरी कश्मीर के जंगलों और ऊंचाई वाले इलाकों में दी जा रही है।
अब तक आतंकी संगठन ट्रेनिंग के लिए पीओके का इस्तेमाल करते आए हैं लेकिन इस बार इन लड़कों को पीओके नहीं भेजा गया ताकि इनके लोकल कनेक्शन जिंदा रहें।