नई दिल्ली। दिल्ली के उत्तर पूर्वी क्षेत्र से कई जगहों से हिंसा की खबरों के बीच ऐसी खबर आई है जो सामाजिक एकता की अच्छी तस्वीर पेश करती है। उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसाग्रस्त भजनपुरा चौक में एक मुस्लिम बुजुर्ग 2 बच्चों के साथ रास्ता भटक गए थे, उन्हें स्थानीय हिंदू लड़कों ने संभाला और सुरक्षित घर छोड़ने की जिम्मेदारी ली। बुजुर्ग को उत्तर प्रदेश के बहराइच जाना था और वे रास्ता भटक गए थे, लेकिन स्थानीय लड़कों ने उनकी मदद की और हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल पेश की।
मुस्लिम बुजुर्ग ने मदद करने वाले लड़कों का धन्यवाद किया और कहा, ‘‘यहीं भजनपुरा में भटक गया था, एक नहीं 50सों आदमियों में मेरी मदद की है, मेरे साथ बच्चे भी थे, मुझे कोई परेशानी नहीं हुई। इन्होंने मुझे इज्जत दी है और साथ दिया है।''
बुजुर्ग की मदद करने वाले लड़कों में से एक अंकित शर्मा ने बताया, ‘‘बाबूजी हमारे वहां से निकल रहे थे, इन्हें असुरक्षित महसूस हुआ, लेकिन सभी हिंदू भाइयों ने इनको सुरक्षा से अपने स्थान पर पहुंचाने की जिम्मेदारी ली है और सारे के सारे हिंदू भाई इनको छोड़ने जा रहे हैं।’’ अंकित शर्मा ने आगे कहा, ‘‘हम भाई भाई है, हम हिंदू या मुसलमान नहीं है हम पहले हिंदूस्तानी हैं।’’