नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को पहाड़ों में पर्यटकों की आमद बढ़ने से कोरोना को लेकर चिंता व्यक्त की है। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटक काफी संख्या में आ रहे हैं। इससे कोरोना ना फैले हमने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस संदर्भ में डिप्टी कमिश्नर और SP को इसे नियंत्रित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमने सुनिश्चित किया है कि जो लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं उन्हें NGO के लोग और पुलिसकर्मी उसी वक्त मास्क उपलब्ध कराएं। मेरी पर्यटकों से निवेदन है कि आप हिमाचल प्रदेश आएं, आपका स्वागत है लेकिन आप कोविड दिशानिर्देशों का भी पालन करें।
'वर्क फ्राम होम', 'वर्क फ्रॉम हिमाचल प्रदेश' जैसा बन गया है: पुलिस प्रमुख
हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू का कहना है कि कोविड-19 के चलते घरों की कैद और गर्मी से बचकर हजारों लोग पहाड़ी राज्य आकर 'वर्क फ्रॉम होम' कर रहे हैं जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि यह 'वर्क फ्रॉम हिमाचल प्रदेश' बन गया है। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां राज्य की अर्थव्यवस्था में एक स्वागत योग्य वृद्धि देखी जा रही है, वहीं दूसरी ओर न केवल शिमला और मनाली जैसे लोकप्रिय स्थानों पर बल्कि नग्गर और जिभी जैसे कम-ज्ञात शहरों में भी भीड़ बढ़ना चिंता का कारण है।
उन्होंने लोगों से कोविड संबंधी उचित व्यवहार का आह्वान किया। पर्यटकों की आमद में वृद्धि ने पुलिस बल की जिम्मेदारी बढ़ा दी है, जिसने यह सुनिश्चित करने के लिए शहरों में विभिन्न प्रवेश और निकास बिंदुओं पर चौकियां लगाई हैं कि कोविड मानदंडों का पालन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ''कई कंपनियों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने लंबे समय से वर्क फ्रॉम होम (घर से काम) की संस्कृति को अपनाया हुआ है, ऐसे में हम देख रहे हैं कि यह लगभग वर्क फ्रॉम होम वर्क फ्राम हिमाचल प्रदेश जैसा बन गया है। कुंडू ने कहा कि यह राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है। लेकिन साथ ही हमें इस बात पर ध्यान देना होगा कि लोग मास्क पहनने और भौतिक दूरी बनाए रखने सहित दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं।
हिमाचल में पिछले 24 घंटों में 180 नए मामले आए
हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 180 नए मामले सामने आए और 1 मरीज की मौत दर्ज की गई। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में काफी पर्यटक बिना मास्क के घूमते दिखाई दिए। एक युवती ने बताया, "काफी सारे लोगों ने मास्क नहीं लगाया है वे सुरक्षा मानकों का पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर का आना तय है। पर्यटकों की लापरवाही से स्थानीय लोग डर रहे हैं।" कुल्लू के डीसी आशुतोष गर्ग ने बताया कि कुल्लू में बारिश होने की संभावना है और इस दौरान नदी में जलस्तर बढ़ सकती है तो इसके लिए हमने आदेश जारी किया है कि कोई भी पर्यटक नदी की ओर अनावश्यक नहीं जाएंगे। अगर इसका कोई उल्लंघन करता है तो उन्हें 1000-5000 रु. तक का जुर्माना और 8 दिन की सज़ा हो सकती है।