शिमला: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित पोंग बांध झील में मृत पाये गये प्रवासी पक्षी बर्ड फ्लू से संक्रमित पाये गये हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी । राजस्थान, मध्यप्रदेश एवं केरल के बाद देश में हिमाचल प्रदेश चौथा ऐसा राज्य बन गया है जहां बर्ड फ्लू की पुष्टि हुयी है । झील अभयारण्य में अब तक करीब 2300 प्रवासी पक्षी मृत पाये गये हैं। केंद्र द्वारा बतायी गयी जानकारी के हवाले से प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) अर्चना शर्मा ने कहा कि मरने वाले पक्षियों के नमूनों की जांच की रिपोर्ट के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि हुयी ।
उन्होंने कहा कि उनका विभाग भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डीजीज से इसकी पुष्टि का इंतजार कर रहा है क्योंकि इस बीमारी की जांच के लिये यह नोडल इकाई है । हाल ही में राजस्थान में बर्ड फ्लू की चेतावनी दी गयी थी, जहां आधा दर्जन जिलों में 250 कौवे मृत मिले थे । मध्यप्रदेश के इंदौर में भी मरे कौवों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुयी थी ।
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केरल के अलप्पुझा एवं कोट्टायम जिलों के कुछ हिस्सों में भी बर्ड फ्लू की खबरें आयी थी । इसके बाद अधिकारियों ने प्रभावित इलाकों के एक किलोमीटर के दायरे में बत्तकों एवं मुर्गियों को मारने का आदेश दिया था । इस बीच कांगड़ा के जिलाधिकारी राकेश प्रजापति ने जिले के फतेहपुर, देहरा, जवाली और इंदौरा उप मंडल में मुर्गी, बत्तक, हर प्रजाति की मछली और उससे संबंधित उत्पादों जैसे अंडे, मांस, चिकन आदि की ब्रिकी पर प्रतिबंध लगा दिया है।
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उधर, राजस्थान में पिछले दिनों सैंकड़ों पक्षियों की मृत्यु की जांच में बर्ड फ्लू के नमूने मिलने के बाद पशुपालन विभाग ने इससे निपटने के लिए राज्य स्तरीय नियंत्रण स्थापित किया है। रविवार को यहां के प्रतिष्ठित जल महल में सात कौवे मृत पाए थे। राज्य में मृत पक्षियों की संख्या 252 पहुंच गई है।
इनपुट-भाषा