नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाको में पिछले चार दिनों से रूक रूक कर बर्फबारी हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक इस साल बर्फबारी पहले ही शुरू हो गई। जम्मू कश्मीर में तो नवंबर महीने में बर्फबारी ने 32 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। लगातार हो रही बर्फबारी से जम्मू कश्मीर में बर्फीले तूफान का अलर्ट भी जारी किया गया है। पिछले तीन दिन में गुलमर्ग में इतनी बर्फ गिरी कि सड़कों का नामोनिशान खत्म हो गया। पेड़ पौधों से लेकर मकानों की छत तक बर्फ में दब गई।
मौसम विभाग के मुताबिक गुलमर्ग में पिछले तीन दिनों में चार फीट तक बर्फ गिर गई लेकिन फिर भी आसमान से बर्फबारी रूकने का नाम नहीं ले रही है जिससे कश्मीर के पहाड़ों पर बर्फीले तूफान का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग ने श्रीनगर में एवलांच का अलर्ट जारी किया है और ऊंचे इलाकों में रहने वालों को घरों में रहने की सलाद दी है। बर्फबारी की वजह से श्रीनगर करगिल हाईवे बंद करना पड़ा। शोपियां और राजौरी को जोड़ने वाला मुगल रोड भी बंद हो गया है।
नवंबर की बर्फबारी ने हिमाचल में भी रिकॉर्ड बना दिया है। शिमला के नारकंडा और कुफरी में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। शिमला के पास किन्नौर जिले के सांगला में पिछले दो दिन से रूक रूक कर बर्फबारी हो रही है। मनाली में भी नवंबर महीने में ही सीजन की पहली बर्फबारी हो गई। बर्फबारी भी इतनी हुई की जमीन से लेकर पहाड़ तक सब बर्फ की चादर में छिप गए। मनाली के ऊपरी इलाकों में तीन- चार फीट तक बर्फ गिर चुकी है।
उत्तराखंड के केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री समेत आस-पास के इलाकों में भी पिछले दो दिन से बर्फबारी हो रही है। पूरा इलाका बर्फ की सफेद चादर से ढक गया है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ गई है। मौमस के इस बदले मिजाज से बद्रीनाथ और केदारनाथ की यात्रा पर आए सैलानी खुश हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि चमोली और उत्तरकाशी में 18 नवंबर को फिर से हल्की बर्फबारी हो सकती है।