नयी दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि अगले तीन-चार दिनों के दौरान उत्तर और पूर्वी भारत में भारी बारिश होने की संभावना है। मध्य प्रदेश के उत्तर पश्चिमी हिस्से के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र कमतर हो गया है। हालांकि, उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में संबंधित चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
एक और चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र उत्तर बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। इसके प्रभाव से, 28 जुलाई के आसपास उत्तर बंगाल की खाड़ी और इसके आस-पास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इन दो प्रणालियों के प्रभाव के कारण, 29 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश में व्यापक वर्षा होने की संभावना है जबकि कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। इसके बाद इसकी तीव्रता कम हो जाएगी।
मौसम विभाग के मुताबिक, वहीं 27 और 28 जुलाई को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में और 27 जुलाई को उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। 26 जुलाई तक पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में व्यापक वर्षा जारी रहने और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने और उसके बाद इसकी तीव्रता कम होने की संभावना है।
27 जुलाई से ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के क्षेत्रों और झारखंड सहित पूर्वी और आसपास के मध्य भारत में व्यापक वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। अगले तीन दिनों के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में व्यापक वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है और 29 जुलाई से इस क्षेत्र में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। पिछले दो सप्ताह में महाराष्ट्र में भूस्खलन और बाढ़ के कारण कई लोगों की जान चली गई है।