नयी दिल्ली: केरल, महाराष्ट्र और कर्नाटक सहित कई राज्यों में शुक्रवार को मूसलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। भारतीय मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक केरल, महाराष्ट्र, गोवा, मध्यप्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान में अगले 24 घंटे में भारी से काफी बारिश होने की संभावना है। केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा कि पिछले तीन दिनों में बारिश जनित घटनाओं में 28 लोगों की मौत हो गई। केरल में बारिश ने इस वर्ष भी कहर ढाया है।
उन्होंने कहा कि वायनाड और मलप्पुरम में भूस्खलन के कारण मलबे में कम से कम 40 लोगों के फंसे होने की आशंका है। राज्य में रेल, सड़क और हवाई यातायात प्रभावित है और कई रेलगाड़ियों को रद्द करना पड़ा और कोच्चि हवाई अड्डे के करीब 60 फीसदी हिस्से में जलभराव के कारण यह 11 अगस्त तक बंद है। राज्य के 14 जिलों में से नौ के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है और सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य भर के 738 राहत शिविरों में 64 हजार लोगों को रखा गया है। केरल के वायनाड लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बाढ़ को लेकर बात की और उनसे मदद मांगी। पश्चिम महाराष्ट्र के पांच जिलों में भीषण बाढ़ के कारण दो लाख 85 हजार से अधिक लोगों को निकाला गया है जिसमें बुरी तरह प्रभावित कोल्हापुर और सांगली भी शामिल हैं।
बाढ़ के कारण राज्य में मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 29 हो गई। कोल्हापुर में 34 राहत दल और सांगली में 36 राहत दल काम कर रहे हैं। इनमें एनडीआरएफ, नौसेना, तटरक्षक बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम भी शामिल है। कर्नाटक में मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि बारिश जनित घटनाओं में 12 लोगों की मौत हुई है।
जद एस सुप्रीमो एच डी देवगौड़ा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि कर्नाटक में बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए। इस बीच दिल्ली में मौसम शुष्क बना रहा और शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रहा।