ठाणे/पालघर: महाराष्ट्र के ठाणे और पालघर जिले में पूरी रात हुई तेज बारिश बृहस्पतिवार सुबह भी जारी रही। भीषण बारिश के कारण कई स्थानों पर पानी भर गया, कुछ स्थानों पर ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं और कुछ गांव पूरी तरह डूब गए। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरफ) के दलों को फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए तैनात किया गया है। कसारा के पास उंबरमाली स्टेशन पर रेल की पटरियां तथा ‘‘प्लेटफॉर्म तक पानी भर गया’’ और घाट खंड में पत्थर गिरने की घटनाएं भी हुईं। जिला अधिकारियों ने कहा, ‘‘ ट्रेन सेवाएं फिलहाल निलंबत हैं’’ पत्थरों को हटाने का काम जारी है।
तहसीलदार (राजस्व अधिकारी) नीलिमा सूर्यवंशी ने बताया कि भारी बारिश के कारण ठाणे के साहापुर तालुका के सपगांव में एक पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। कोई हताहत नहीं हुआ है, लेकिन पुल पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। जिला मुख्यालय की ओर से एक संदेश में कहा गया कि साहापुर में मोदक सागर बांध में बृहस्पतिवार तड़के तीन बजकर 24 मिनट पर पानी क्षमता से अधिक हो गया, जिसके बाद पानी कम करने के लिए दो द्वार खोले गए।
सूर्यवंशी ने कहा कि सहापुर तालुका के कुछ गांव डूब गए हैं और स्थानीय अधिकारी एनडीआरएफ की मदद से वहां फंसे लोगों का निकालने की कोशिश कर रही है। एक पहाड़ी पर बसे भटसाई गांव में फंसे हुए लोग बाहर नहीं आ सके और उन्हें इलाके के एक स्कूल में ठहराया गया है। शाहपुर के पास वसिंद में भी बाढ़ का पानी घरों के अंदर चला गया, जिसके बाद लोगों को एनडीआरएफ की मदद से जिला परिषद स्कूल में पहुंचाया गया। चेरपोली में फंसे कुछ लोगों को नावों की मदद से निकाला गया।
तहसीलदार आदिक पाटिल ने बताया कि ठाणे के भिवंडी तालुका में कई लोग पड़घा, कावड़, गणेश नगर और खैरपाड़ा में पानी भर जाने की वजह से फंस गए थे, जिन्हें एनडीआरएफ और ठाणे आपदा मोचन बल की मदद से निकाला गया। अन्य एक अधिकारी ने बताया कि भिवंडी में कामवारी नदी के किनारे बाढ़ वाले इलाकों से भी कई लोगों को बचाया गया। अधिकारियों ने बताया कि बदलापुर वांगनी में एक आश्रम से 10 लोगों और 70 मवेशियों को बचाया गया। इसके अलावा, ठाणे के कसारा और टिटवाला के कुछ इलाकों में फंसे लोगों को भी जिला परिषद स्कूलों में ठहराया गया।
ठाणे के क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख संतोष कदम ने बताया कि उन्हें शहर में पेड़ गिरने की मामलों की जानकारी मिली है, लेकिन घटनाओं में कोई घायल नहीं हुआ। गणेश नगर में तड़के कुछ घरों में पानी घुस गया और बाद में आपदा मोचन दलों द्वारा लगभग 40 लोगों को वहां से बचाया गया। पालघर कलेक्टर के डॉ.माणिक गुरसाल ने एक संदेश में कहा कि भूस्खलन के बाद नासिक-जवाहर मार्ग बंद कर दिया गया था। इसके बृहस्पतिवार शाम तक परिचालन फिर से शुरू होने की संभावना है। उन्होंने लोगों से त्रंबक-देवगांव-खोडाला मार्ग का इस्तेमाल करने की अपील भी की। अधिकारियों ने बताया कि पालघर में वसई, विरार सहित कई स्थानों पर बाढ़ आई, लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।