नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दिल्ली में कोरोना वायरस के विस्फोट पर चिंता व्यक्त की है। इंडिया टीवी के कंसल्टिंग एडिटर अजय कुमार से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि कुछ बड़े राज्य जहां कोरोना वायरस ने विकराल रूप धर लिया था, वहां भी अब मामले काफी कम आ रहे हैं। वहीं, देश में मार्च महीने से लगे लॉकडाउन पर बोलते हुए केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए तैयारियों के लिए यह जरूरी था।
'दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ना चिंता की बात'
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में आई तेजी को लेकर भी अपने विचार रखे। हर्षवर्धन ने कहा, 'देश की राजधानी होने के चलते दिल्ली निश्चित रूप से हमारे लिए एक चिंता का विषय है। यहां पर सबसे ज्यादा आवागमन है, दिल्ली से लोग बाहर भी जाते हैं, और बाहर से लोग दिल्ली भी आते हैं। राजधानी में यदि स्थिति खराब होती है तो उसका संदेश भी अच्छा नहीं जाता है।' उन्होेने कहा कि 8 जनवरी को हमने कोरोना वायरस को लेकर पहली मीटिंग की थी और अब इस महामारी से लड़ते हुए कुल 11 महीने बीत चुके हैं।
लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही पर भी बोले स्वास्थ्य मंत्री
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना वायरस को लेकर लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही पर बोलते हुए कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोगों को शायद 10-11 महीने बाद ऐसा लग रहा है कि कोरोना हो भी गया तो कुछ ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने लोगों को कोरोना वायरस से ठीक होते हुए देखा होगा, तो उनके अंदर का डर भी कम हो गया। कुछ लोगा ऐसा भी सोच सकते हैं कि उन्हें कोरोना होगा ही नहीं।'
'अगस्त-सितंबर तक 30 करोड़ लोगों को लग सकती है वैक्सीन'
कोरोना वायरस की वैक्सीन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में 200 से ज्यादा वैक्सीन कैंडिडेट हैं, जिनमें 30 भारत में हैं। उन्होंने कहा, 'इनमें से 5 अडवांस स्टेज में हैं, जिनमें से 2 क्लिनिकल ट्रायल के थर्ड फेज में हैं। ऐसे में मुझे उम्मीद है कि 2021 के शुरुआती 2-3 महीनों में वैक्सीन मिलनी शुरू हो जाएगी। इसके बाद अगस्त-सितंबर तक 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने की स्थिति में होंगे।'