नई दिल्ली। शोभा डे का नाम एक बार फिर सुर्खियों में है। वजह है भारत में पाकिस्तान के राजदूत रहे अब्दुल बासित द्वारा एक इंटरव्यू में उनके नाम का जिक्र करना। अब्दुल बासित ने एक इंटरव्यू में कहा कि बुरहान वानी की मौत के बाद शोभा डे ने उनके कहने पर पाकिस्तान के समर्थन में एक आर्टिकल लिखा।
दरअसल 2016 में बुरहान वानी की मौत के बाद शोभा डे ने एक आर्टिकल लिखकर कश्मीर में जनमत संग्रह की वकालत कही गई थी, जिसको लेकर ही अब्दुल बासित ने दावा किया है कि यह उनके कहने के बाद ही शोभा डे ने आर्टिकल में लिखा।
शोभा डे के इस आर्टिकल में वो तमाम बातें कहीं गईं थीं, जो आए दिन पाकिस्तान बोलता है। शोभा डे आए दिन अपने ट्वीट्स को लेकर चर्चा में रहती हैं। अब्दुल बासित द्वारा किए गए इस दावे के बाद शोभा डे को लेकर सोशल मीडिया पर एक नई बहस खड़ी हो गई है।
शोभा डे ने बासित के दावे को कहा झूठ
अब्दुल बासित के दावे पर शोभा डे की टिप्पणी सामने आई है। शोभा डे ने कहा, “मैं अब्दुल बासित के इस दावे पर टिप्पणी नहीं करती, लेकिन झूठ का पर्दाफाश करना बहुत जरूरी है। खासकर जब ऐसे झूठ जब किसी झूठ फैलाने वाले व्यक्ति की तरफ से आएं, जो न सिर्फ मुझे बदनाम करने के लिए बल्कि भारत को बदनाम करने के लिए झूठी कहानी बनाए। मैं सिर्फ एक बार उस व्यक्ति से मिली हूं या कहें कि जब असने खुद को आकर थोपने की कोशिश की और एक छोटे से समूह में घुस गया। ये बात इस साल जनवरी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दौरान की है। ”
शोभा ने कहा कि अब्दुल बासित ने कई मुद्दे छेड़ने जाए लेकिन तकरीबन उससे वहां से जाने के लिए कह दिया गया। उन तीन मिनटों में अब्दुल बासित ने कई मुद्दे छेड़ने चाहे लकिन जैसे ही चीन का जिक्र हुआ वो भाग खड़ा हुआ। ये पहला मौका था जब मेरा उससे आमना सामना हुआ।
इन विवादों में घिर चुकी हैं शोभा डे
उड़ाया था ओलंपिक खिलाड़ियों का मजाक
रियो ओलंपिक के दौरान शोभा डे ने खिलाड़ियों का मजाक उड़ाया था। शोभा डे ने ट्वीट कर लिखा था, “ओलिंपिक में भारतीय खिलाड़ियों का लक्ष्य: रियो जाओ। सेल्फी लो। खाली हाथ वापस आओ। धन और अवसरों की कैसी बर्बादी।” शोभा के इस ट्वीट के बाद उनकी जमकर आलोचना हुआ थी।
बीफ से सबंधित ट्वीट के बाद हुआ था विवाद
शोभा डे ने अक्टूबर 2015 को ट्वीट किया था कि उन्होंने बीफ खाया है। जिसके बाद उनके खिलाफ न सिर्फ सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हुई बल्कि उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज करवाई गई थी।