जींद: किसानों की मांगों को लेकर रविवार को जुलाना की नई अनाज मंडी में ‘हरियाणा स्वाभिमान महापंचायत’ का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में प्रदेशभर के किसान नेताओं, खाप सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों सहित किसानों ने हिस्सा लिया। मंच से अपने संबोधन में किसान नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसानों की मांगों को नही माना गया तो मनोहर लाल खट्टर सरकार विधानसभा चुनावों में 75 पार का लक्ष्य तो दूर करनाल की सीट भी नहीं निकाल पाएगी।
महापंचायत में राज्य सरकार को अल्टीमेटम दिया गया है कि अगर 14 अगस्त तक हरियाणा को उसके हक का पानी नहीं मिला तो किसान पंजाब जाने वाली ट्रेनों को रोक देंगे। नई अनाज मंडी में हुई महापंचायत की अध्यक्षता नंदगढ़ बारहा के प्रधान होशियार लाठर और जुलाना बारहा लाठर के प्रधान राजमल लाठर ने की। इस मौके पर किसान नेता रमेश दलाल ने कहा, ‘‘सरकार यह तय करे कि किसानों की फसल समर्थन मूल्य से नीचे नहीं खरीदी जाएं। सरकार ने सरसों का भाव तय तो किया, लेकिन उस मूल्य पर खरीदा नहीं गया। देश एवं प्रदेश में फसल खरीद अधिनियम नहीं बनाया गया है, इसलिए सरकार कानून बनाकर उसे लागू करे।’’
रमेश दलाल ने पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जिस प्रकार से पंजाब ने एसवाईएल को काटकर हरियाणा के हक का पानी छीनने का काम किया है, ठीक उसी प्रकार से पंजाब जाने वाली ट्रेनों को रोक दिया जायेगा।’’ महापंचायत में राज्य सरकार को 14 अगस्त तक का अल्टीमेटम देते हुए कहा गया है कि अगर हरियाणा को उसके हक का पानी नहीं मिला तो किसान पंजाब जाने वाली ट्रेनों को रोक देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हरियाणा अब झुकेगा नहीं और किसान आंदोलन रूकेगा नहीं’ के नारे से आंदोलन एक बार फिर शुरू होगा।’’