![Haryana mosque was to be terror school? NIA probing](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
नई दिल्ली। हरियाणा के पलवल में मस्जिद बनाने के लिए आतंकी हाफिज सईद की फंडिंग के खुलासे के बाद अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इससे जुड़े सभी पहलुओं को लेकर जांच बढ़ा दी है। NIA अब इस पहलू की जांच कर रहा है कि कहीं हाफिज सईद का आतंकी संगठन लश्कर, इस मस्जिद का इस्तेमाल भारत में आतंकी तैयार करने के लिए तो नहीं कर रहा था?
NIA के अधिकारियों के मुताबिक आम तौर पर लश्कर अपने संगठन फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन (FIF) के जरिए धार्मिक कामों को फंडिंग मुहैया करवाकर मस्जिद निर्माण जैसे काम कराता है और उस काम को चैरिटी बताता है। हालांकि इस काम के जरिए वह सिर्फ अपनी आतंकी गतिविधियों छुपाता है। NIA अधिकारियों के मुताबिक अमेरिकी एजेंसियों ने पहले ही इस मॉड्यूल का खुलासा कर दिया है और लश्कर के संगठन FIF को आतंकी संगठनों की लिस्ट में शामिल किया है।
पलवल में मस्जिद बनाने के लिए हाफिज सईद की फंडिंग के मामले की जांच कर रहे सूत्रों के मुताबिक इस सिलसिले में गिरफ्तार मोहम्मद सलमान नाम के व्यक्ति ने कई खुलासे किए हैं। सलमान ने कबूला है कि उसे दुबई से कामरान नाम के कारोबारी ने मस्जिद बनवाने के लिए 70 लाख रुपए की राशी दी थी। उसने यह भी बताया है कि दुबई का कारोबारी कामरान FIF के साथ संपर्क में था और वह खुद कामरान से पिछले 1 साल में 2-3 बार मिल चुका है।
NIA ने हाल ही में मस्जिद में छापेमारी करके कुछ दस्तावेज निकाले हैं जो यह साबित करते हैं कि मस्जिद बनाने में खर्च हुए 2-2.5 करोड़ रुपए में से 70 लाख रुपए FIF के जरिए हवाला के माध्यम से भेजे गए हैं। सूत्रों के मुताबिक बाकी पैसा स्थानीय लोगों से चंदे के तौर पर इकट्ठा किया गया है।