नई दिल्ली: हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। खट्टर सरकार में स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे अनिल विज ने कहा कि संस्कृत के मंत्रों से कराई गई शादियां अवैध हैं। इस बयान के पीछे उन्होंने यह तर्क दिया कि चूंकि संस्कृत दूल्हा और दुल्हन को समझ में नहीं आते इसलिए इस तरह की शादियों को वैध नहीं ठहराया जा सकता। आपको बता दें कि अनिल विज इससे पहले भी अपने विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में रहे हैं।
अनिल विज ने ममता बनर्जी के बारे में कहा था कि अगर वे भारत में जन्म लेने पर शर्मिंदा हैं तो उन्हें समुद्र में कूद जाना चाहिए। अनिल विज ने एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा था कि अगर उन्हें इस धरती पर पैदा होने पर शर्म आ रही है तो कोलकाता समुद्र तट के किनारे है और उन्हें समुद्र में कूद जाना चाहिए। ममता बनर्जी ने एक कार्यक्रम धार्मिक सद्भाव को लेकर अपने भाषण के दौरान कहा था कि वे इस धरती पर पैदा होने में शर्मिंदा महसूस कर रही हैं। ममता को जवाब देते हुए अनिल विज ने यह विवादित बयान दिया था।
इससे पहले अपने एक विवादित बयान में अनिल विज ने कहा था कि गांधी का नाम खादी से जुड़ने से खादी की दुर्गति हुई है। और अब नोटों से भी गांधी धीरे-धीरे हटेंगे। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ने खादी को बढ़ावा दिया। इस बयान पर विवाद बढ़ने के बाद बीजेपी ने भी इसे विज का निजी विचार बताया था। हालांकि बाद में विज ने भी इसे अपना निजी विचार करार दिया और कहा कि इस बयान का सरकार और पार्टी से कोई संबंध नहीं है।