चंडीगढ़ से एक हैरान करने वाली वारदात सामने आई है। यहां आधी रात दो लड़कों ने मिलकर एक लड़की का ना केवल पीछा किया, बल्कि उसकी कार का गेट खोलकर कार में अंदर दाखिल होने की भी कोशिश की। मामला कितना हाईप्रोफाइल इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि लड़की एक बड़े अफसर की बेटी है जबकि दोनों आरोपियों में से एक हरियाणा बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष का बेटा है। पीड़ित लड़की ने आरोपी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और फिर पूरी आपबीती सोशल साइट पर पोस्ट किया। हैरानी की बात ये थी कि इतना सब होने के बाद भी आरोपी को थाने से ही जमानत मिल गई। लड़की ने बताया कि 'बार-बार वो मेरी गाड़ी के पीछे पास आते थे, मेरी गाड़ी रोकने की मुझे डराने की कोशिश करते थे। 26 सेक्टर में मुड़ने लगी, तो उन्होंने अपनी गाड़ी आगे लगाकर मेरी गाड़ी ब्लॉक कर दी और इतने में जो ड्राइवर के साथ बैठा था। गाड़ी से उतरकर मेरी गाड़ी में चढ़ने लगा, मैं चलती रही, हाऊसिंग बोर्ड चौक उन्होंने फिर मेरी गाड़ी रोकी, इतने में लड़के ने आकर मेरी खिड़की पर जोर से हाथ मारा मेरी गाड़ी का दरवाजा खोलने की कोशिश की।' (किसी पर जबरदस्ती नहीं थोपा जा सकता राष्ट्रगीत: रेणुका चौधरी )
चंडीगढ़ में उस वक्त रात के सवा बारह बजे का वक्त था। जब दो लड़कों ने इस वारदात को अंजाम दिया। इस शख्स का नाम विकास बराला है। विकास हरियाणा के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का बेटा है। शिकायत के मुताबिक विकास ने आधी रात चंडीगढ़ में अपने एक दोस्त आशीष के साथ मिलकर ना केवल उसका पीछा किया, बल्कि कार की गेट खोलकर लड़की तक पहुंचने की कोशिश भी की। पता चला है कि जिस वक्त विकास बराला ने अपने दोस्त के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया उस वक्त वो नशे की हालत में था।
किसी तरह से खुद को बचाते हुए इस लड़की ने कार के अंदर से 100 नंबर डायल कर पुलिस को कॉल किया। शिकायत मिलते ही पुलिस ने इस लड़की को ढाढस बंधाया.. मदद का भरोसा दिया और जल्दी ही पुलिस मौके पर पहुंचकर एसयूवी समते दोनों लड़कों को पकड़ लिया। लड़की ने बताया कि सेंट्रल लॉकिंग थी इसलिए गाड़ी का दरवाजा खुला नहीं और फिर इतने में पुलिस आ गई तो पुलिस ने आकर उनको पकड़ लिया। और मैं वहां से चली गई। फेसबुक पोस्ट पर भी इस लड़की ने चंडीगढ़ पुलिस की तारीफ की। साफ लिखा कि पुलिस के कारम ही वो ऐसे लड़कों से बच सकी, वरना उसके साथ बहुत बुरा हो सकता था।
लड़की ने कहा कि, मुझे बहुत हैरानी हुई। हर रेड लाइट पर कैमरा और दो-दौ सौ मीटर पर पुलिस रहने के बावजूद ये लड़के मेरी कार के अंदर घुसने या फिर मुझे अपनी कार में खींचने की सोच रहे थे। वो ये सब इसलिए कर सके क्योंकि वो एक प्रभावशाली परिवार से हैं। मैं भाग्यशाली हूं कि मैं किसी आम आदमी की बेटी नहीं हूं, वरना में इतने प्रभावशाली परिवार के खिलाफ क्या कार्रवाई कर पाती। मैं किस्मतवाली हूं कि मेरा रेप या फिर मर्डर नहीं किया गया। अगर इस तरह की घटना चंडीगढ़ में हो सकता है तो ये कहीं भी हो सकता है। लड़की की शिकायत पर पुलिस ने तेजी से एक्शन दिखाया। दोनों आरोपियों को पकड़ लिया, लेकिन सबसे हैरान करने वाला वाक्या तो तब हुआ जब दोनों आरोपियों को थाने से ही जमानत मिल गई।