चंडीगढ़: सरकारी नौकरियों व शैक्षिक संस्थानों में जाट समुदाय को आरक्षण देने की मांग को लेकर आंदोलन करने वाले जाट नेता यशपाल मलिक को सोमवार को हरियाणा के गांव में थप्पड़ मारा गया। इसके बाद हुई मारपीट में करीब 20 लोग घायल हो गए। मलिक दूसरे जाट नेताओं के साथ फतेहाबाद जिले के तोहाना के पास समाइन गांव में समुदाय की एक रैली को संबोधित करने गए थे। वहां एक व्यक्ति ने मलिक को थप्पड़ मार दिया। चंडीगढ़ से समाइन की दूरी 170 किमी है।
हमलावर को मलिक के समर्थकों ने पकड़ लिया। इसे लेकर मलिक के समर्थकों व प्रतिद्वंद्वी समूह में झड़प हुई। झड़प के दौरान करीब 20 लोग घायल हो गए। पुलिस ने प्रतिद्वंद्वी समूह के लोगों को तितर-बितर करने के लिए बल का इस्तेमाल किया।
मलिक ने इसे खुद को मारने का प्रयास बताया और इस घटना के लिए भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ जाट नेता को जिम्मेदार ठहराया। घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया। हालात पर नियंत्रण के लिए पुलिस बल को भेजा गया है।
हरियाणा पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "हम स्थिति पर करीब से नजर रखे हैं। हमले के पीछे के लोगों का पता लगाने के लिए जांच जारी है।"
यशपाल मलिक अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष हैं। समिति ने जनवरी 2016 में आरक्षण की मांग को लेकर 50 दिनों तक आंदोलन किया था। इस हिंसक आंदोलन में कम से कम तीस लोग मारे गए थे।