चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल की वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुरुद्वारों के ‘ लंगर ’ में इस्तेमाल होने वाली सामग्री पर जीएसटी माफ करने का अनुरोध किया है। प्रधानमंत्री को 26 अप्रैल को भेजे गए पत्र में हरसिमरत ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मुफ्त ‘ लंगर ’ देने वाली धार्मिक संस्थाओं को केंद्रीय माल एवं सेवा कर : जीएसटी : से छूट दी जाएगी। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री ने कहा , ‘‘मैंने आपको इस संबंध में एक प्रक्रिया भी बताई है जो धार्मिक संस्थाओं (गुरुद्वारों) को मिलने वाली छूट का दुरुपयोग होने के संबंध में राजस्व विभाग की चिंताओं का निराकरण करती है। ’’
बठिंडा की सांसद ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि स्वर्ण मंदिर , अमृतसर दुनिया का सबसे बड़ा लंगर चलाता है। इसमें लाखों लोगों को साल भर मुफ्त भोजन मुहैया कराया जाता है। इसके लिये चंदा श्रद्धालुओं के चढ़ावे से आता है। उन्होंने कहा कि इसे मुफ्त लंगर वितरित करने पर खर्च किया जाता है। उन्होंने अपने पत्र में कहा , ‘‘ फिलहाल लंगर में इस्तेमाल होने वाली सामग्री यथा देसी घी , दूध पाउडर , तेल , चीनी , सिलिंडर और अन्य वस्तुओं पर 18 फीसदी तक जीएसटी लगता है। मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि श्री दरबार साहिब : स्वर्ण मंदिर : पर मुफ्त लंगर बांटने के लिये जीएसटी का बोझ नहीं डाला जाए। ’’
उन्होंने कहा , ‘‘ मंत्रिमंडल में सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले मंत्री के तौर पर अगर मैं आपको इस बात से अवगत नहीं कराती हूं तो मैं अपने कर्तव्य निर्वहन में नाकाम होऊंगी , कि इससे दुनियाभर में सिखों की भावना आहत हुई है और यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिसका अविलंब निराकरण किये जाने की आवश्यकता है। ’’ इससे पहले , हरसिमरत इस मुद्दे पर वित्त मंत्री अरूण जेटली को भी पत्र लिख चुकी हैं।