हरिद्वार. महाशिवरात्रि के मौके पर महाकुंभ के पहले शाही स्नान में लाखों की तादाद में श्रद्धालु हरिद्वार में पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाई। आईजी कुंभ मेला संजुय गुंज्याल ने बताया कि अबतक 22 लाख से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। अब 'हर की पौड़ी' को खाली कराया जा रहा है क्योंकि अखाड़े शाही स्ना के लिए आने की तैयारी कर रहे हैं।इससे पहले बुधवार को सीएम पद संभालते हुए मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों को पहले शाही स्नान में श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा करने के निर्देश दिए।
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मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि जरूरी सावधानियों का पालन करते हुए यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो। उन्होंने कहा, ''आगंतुक श्रद्धालु गंगा जी में सुविधापूर्वक स्नान कर सकें। संतों का सम्मान सबसे ऊपर है। कुम्भ की दिव्यता और भव्यता सुनिश्चित की जाए।''
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हरिद्वार में आज 11 मार्च को महाशिव रात्रि व 12 मार्च को सोमवती अमावस्या पर शाही स्नान है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल और कोरोना एसओपी का पालन करना होगा। इन शाही स्नानों से हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को अब 72 घंटे पहले की कोरोना की जांच रिपोर्ट अपने साथ लानी होगी। हालांकि इस दौरान साधु संतों की थर्मल स्क्रीनिंग नहीं की जाएगी।
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उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने अपने आदेश में कहा है कि हरिद्वार कुंभ में 11 और 12 मार्च को शाही स्नान के अवसर पर कोरोना एसओपी लागू रहेगी। कुंभ मेला अधिकारी को इसका सख्ती से पालन करने के निर्देश दिये गये हैं। वहीं हरिद्वार में शाही स्नान के दौरान साधु संतों की थर्मल स्क्रीनिंग और रैंडम एंटीजन कोविड जांच नहीं की जाएगी। हरकी पैड़ी में संतों की देखरेख के लिए मेडिकल टीम तैनात रहेगी। वहीं दूसरी ओर अन्य श्रद्धालुओं की रैंडम जांच के लिए 50 टीमें तैनात रहेंगी।
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