नई दिल्ली। कुम्भ-2021 के लिये उत्तराखंड आने वाले सभी यात्रीगण कृपया ध्यान दें। उत्तर रेलवे ने कुंभ 2021 में उत्तराखंड आने वाले सभी यात्रियों द्वारा पालन की जाने वाली मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) को लेकर शुक्रवार को जानकारी दी है। उत्तर रेलवे के मुताबिक, कुंभ 2021 के दौरान कोविड 19 के खिलाफ सुरक्षा उपायों पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए एसओपी (22 जनवरी 2021) में दिए गए निर्देशों का पालन किया जाना अनिवार्य है।
बता दें कि, विश्व में सबसे बड़ा आस्था का मेला कुंभ इस बार उत्तराखंड की देव नगरी हरिद्वार में आयोजित होने जा रहा है। हरिद्वार कुंभ मेले का प्रारंभ 11 मार्च दिन गुरुवार को महाशिवरात्रि के दिन होने वाला है।
कुंभ मेला ड्यूटी के लिए केवल वैक्सीन लगा चुके स्वास्थ्य कर्मी तथा अन्य फ्रंटलाइन वर्कर की तैनाती की जाएगी। अतिसंवेदनशील जनसंख्या (65 वर्ष से अधिक आयु, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे या वे जिन्हें कोई दूसरी बीमारी है) को कुंभ में न आने की सलाह दी जाती है।
कुंभ 2021 मं आने वाले सभी यात्रियों के पास निम्नलिखित आवश्यक रूप से होना चाहिए- उत्तराखंड सरकार के साथ पंजीकरण, अपने राज्य के नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र/जिला अस्पताल/मेडिकल कॉलेज से जारी किए गया वैक्सीन लगा चुके/मेडिकल प्रमाणपत्र आदि। उनके मोबाइल फोन पर या हार्ड कॉपी के रूप में नेगेटिव आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट (मेले में आने की तिथि से 72 घंटे पूर्व तक की)।
हरिद्वार कुंभ मेला 2021: इस बार 11 साल पर ही हरिद्वार कुंभ लग रहा है क्योंकि 2022 में गुरु, कुंभ राशि में नहीं होंगे। इन चार स्थानों पर कुंभ मेला हर 12 वर्ष पर लगता है। आपको बता दें कि महाकुंभ केवल प्रयागराज में लगता है। यह हर 144 सालों में एक बार या 12 पूर्ण कुंभ के बाद आयोजित होता है।
हरिद्वार कुंभ 2021 के शाही स्नान
पहला शाही स्नान: 11 मार्च, गुरुवार, महाशिवरात्रि
दूसरा शाही स्नान: 12 अप्रैल, सोमवार, सोमवती अमावस्या।
तीसरा मुख्य शाही स्नान: 14 अप्रैल, बुधवार, मेष संक्रांति के दिन।
चौथा शाही स्नान: 27 अप्रैल, मंगलवार, बैसाख पूर्णिमा के दिन।
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